जयपुर

दिल्ली और अलवर के बाद जयपुर में भी खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण, अस्थमा मरीजों की बढ़ी परेशानी

जयपुर में भी खतरनाक स्तर पर पहुंचा, एक्यूआइ 318 पर पहुंचा, अलवर का एक्यूआई 234 व भिवाड़ी का 436 पर पहुंचा

जयपुरNov 04, 2022 / 08:52 pm

pushpendra shekhawat

दिल्ली और अलवर के बाद जयपुर में भी खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण, अस्थमा मरीजों की बढ़ी परेशानी

जया गुप्ता / जयपुर। दिल्ली, अलवर, भिवाड़ी, जयपुर व पंजाब से सटे श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में प्रदूषण के स्तर में शुक्रवार को और वृद्धि हुई। शुक्रवार सुबह जयपुर में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। यहां एक्यूआइ 318 दर्ज किया गया। वहीं अलवर का एक्यूआई 234 व भिवाड़ी का 436 दर्ज किया गया है। आसमान में स्मॉग छाया रहा। दिन चढ़ने के साथ-साथ हवा साफ हुई और एक्यूआइ गिरकर 220 तक पहुंच गया। जयपुर के आदर्श नगर इलाके में शाम 7 बजे एक्यूआइ 157 ही दर्ज किया गया।
अलवर-भिवाड़ी में 10 उद्योग बंद करवाए

अलवर सहित एनसीआर क्षेत्र में ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान ग्रेप का चौथा चरण लागू किया गया। यहां प्रदूषण नियंत्रण मंडल की टीम ने स्वच्छ ईंधन से नहीं चल रहे 10 से 12 उद्योगों को बंद कराया। वहीं भिवाड़ी में सात इकाइयों का कनेक्शन कटवा कर उत्पादन रुकवाया गया। सार्वजनिक निर्माण विभाग के जिले में 200 करोड़ रुपए व भिवाड़ी में 514 करोड़ के निर्माण कार्यों पर ब्रेक लगा है।

8 नवंबर से राहत मिलने की संभावना
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि 8 नवंबर से एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके प्रभाव से उत्तर पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित परिसंचरण तंत्र बनेगा। इसके असर से हवा के पैटर्न में बदलाव होगा। बादल छाएंगे और हल्की बूंदाबांदी भी संभव है। मौसम में बदलाव से प्रदूषण से भी राहत मिलेगी।

स्वास्थ्य पर असर
अस्थमा रोग विशेषज्ञ डॉ.वीरेन्द्र सिंह के अनुसार इस तरह के प्रदूषण से अस्थमा और सीओपीडी के मरीजों की परेशानियां बढ़ जाती है। यह प्रदूषण लगातार रहता है तो इनके नए मरीज भी सामने आने लगते हैं। इनके माइक्रोन फेफड़ों और रक्त में चले जाते हैं। आंखों में जलन, खुजली, जुकाम, नाक में परेशानी जैसी समस्याएं भी इसके कारण होती है। इससे बचने के लिए वाहन चलाते समय और घर से बाहर जाने पर आंख, नाक और मुंह का ढककर निकलना चाहिए।

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