चुनाव आयोग ने यह निर्णय कर लिया है और जल्द ही इसकी अधिसूचना जारी हो जाएगी। राजस्थान में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं और चुनाव में ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं की भागीदारी हो, इसलिए पहली बार इस तरह का फैसला किया गया है। आयोग का यह निर्णय दूसरे राज्यों में भी लागू होगा।
कनेक्शनधारी की होगी जिम्मेदारी
जिसके नाम से बिजली कनेक्शन है, उसकी जिम्मेदारी होगी कि परिवार का हर वोटर मतदान करने जाए। एक भी मतदाता वोट नहीं करता है तो उसके बिजली के बिल में अतिरिक्त राशि जुड़कर आएगी। यदि मतदाता दूसरे शहर या राज्य में नौकरी कर रहा है, लेकिन मतदाता सूची में नाम जुड़ा हुआ है तो उनके मतदान के लिए भी चुनाव आयोग व्यवस्था कर रहा है।
पिछले चुनाव में घट गया था मतदान
पिछले विधानसभा चुनाव में 0.54 मतदान प्रतिशत घट गया था। जबकि, चुनाव आयोग और राजनीतिक दलों ने ज्यादा से ज्यादा मतदान करने के लिए जागरुकता अभियान भी चलाया था। सबसे ज्यादा मतदान 83.65% रहा जैसलमेर जिले में, सर्वाधिक 86.87% मतदान पोकरण सीट पर, सबसे कम 64.65% मतदान रहा पाली जिले में