बाजारों के जलमग्न होने से कई इलाकों की दुकानों में तीन से चार फीट पानी भर गया। इससे एक करोड़ रुपए से अधिक का सामान भीगने से खराब हो गया है। तहसील कार्यालय में 99 मिमी बारिश रेकॉर्ड की गई है। इधर जिले के सबसे बड़े पांचना बांध में पानी की जबरदस्त आवक हुई। इसके चलते जल संसाधन विभाग को पांच गेट खोलकर कुल 20 हजार क्यूसेक पानी निकालना पड़ रहा है। उधर जिले का 17 फीट की भराव क्षमता का नींदर बांध भी लबालब होकर छलक छठा।
कोटा बैराज के 2 गेट खोले
कोटा शहर में शनिवार दोपहर 1 बजे तेज बारिश का दौर शुरू हुआ, जो शाम 4 बजे बाद तक जारी रहा। चम्बल नदी में पानी की आवक होने से कोटा बैराज के दो गेट खोलकर 3764 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। जिले के सुल्तानपुर कस्बे में बीती रात 2 इंच बारिश होने से कई तालाब छलक गए। सुल्तानपुर खाडी में उफान आने से मोटर मार्केट में पानी घुस गया। अयाना-लुहावद खाड़ी में उफान से करीब एक दर्जन गांवों का सम्पर्क टूटा गया।निवाई में 136 मिलीमीटर बारिश
राजधानी जयपुर में 46 मिलीमीटर बारिश हुई। टोंक में सर्वाधिक बरसात निवाई उपखण्ड में 136 मिलीमीटर दर्ज की गई है। टोंक जिले के नगर गांव में कच्चे मकान की दीवार गिरने से 10 वर्षीय बालिका ममता की मौत हो गई। वहीं गंगापुरसिटी में अच्छी बारिश हुई।11 अगस्त को इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
ऑरेंज अलर्ट: अलवर और भरतपुर। येलो अलर्ट: अजमेर, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, कोटा, राजसमंद, सवाईमाधोपुर, सीकर, बीकानेर, चूरू, टोंक, हनुमानगढ़, नागौर, पाली और श्रीगंगानगर। यह भी पढ़ें