जयपुर को अभी चाहिए ज्यादा स्कूल पहले जयपुर शहर ( Jaipur News ) केवल चारदीवारी तक सीमित था। अब अजमेर रोड, आगरा रोड, सांगानेर, दिल्ली रोड पर काफी दूर तक फैल चुका है। लोगों की मांग है कि सरकार कम से कम नगर निगम के हर जोन में एक सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले ताकि बच्चों को विकल्प मिल सके।
ये है लोगों का कहना कल्याण मोदी, विद्युतनगर : शहर में कई सरकारी स्कूल अच्छे, सुविधा युक्त हैं। ऐसे स्कूलों को सरकार इंग्लिश मीडियम में परिर्विर्तत कर सकती है। इससे शहर के बच्चों को विकल्प मिलेंगे।
गिरीश शर्मा, करणी पैलेस : मानसरोवर में खोले गए एकमात्र स्कूल में भी सीटें सीमित हैं। सरकार को हर विधानसभा क्षेत्र में एक अंग्रेजी स्कूल खोलना चाहिए।
वार्ड तो बढ़कर 150 होंगे और…
वार्ड तो बढ़कर 150 होंगे और…
चालीस लाख की आबादी वाले जयपुर शहर में वार्डों की संख्या बढ़ाकर 150 की जा रही है। नगर निगम के जोन भी 8 यहां हैं। पुलिस विभाग ने भी जयपुर को 4 जिलों में बांट रखा है। खुद शिक्षा विभाग ने पूर्व-पश्चिम, सांगानेर शहर, झोटवाड़ा शहर और आमेर मिलाकर 5 भागों में विभाजित कर रखा है। इसके बावजूद केवल मानसरोवर में एक इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलकर सरकार इतिश्री कर रही है।
आबादी ही नहीं बल्कि भौगोलिक दृष्टि से देखें तो भी जयपुर में एक से दूसरे स्थान की दूरी काफी अधिक है। उदारहण के तौर पर आमेर से मानसरोवर 27 किलोमीटर दूर है। आमेर में रहने वाला व्यक्ति चाहकर भी अपने बच्चे को मानसरोवर नहीं भेज सकता।