उन्होंने इस दौरान किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे पर बोलते हुए कहा कि सीएम भजनलाल शर्मा क्यों गले में जीवित सांप को डालकर घूमना चाहते हैं, भाजपा में आपस में जूते बज रहे हैं। डोटासरा ने कहा कि, ‘किरोड़ीलाल मीणा कहते हैं कि मुख्यमंत्री जी मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लो, आखिर ऐसी क्या मजबूरी है कि सरकार का ही एक आदमी उनसे छुटकारा चाहता है, उसे नेतृत्व में विश्वास नहीं है।’
तबादलों पर फिर कसा तंज
राजस्थान में IAS-IPS के तबादलों पर तंज कसते हुए डोटासरा ने कहा कि वर्तमान में कई अधिकारी ऐसे हैं, जिनका पांच ट्रांसफर लिस्ट में नाम आया। तीन लिस्ट में नाम आने वाले अधिकारियों की तो गिनती भी नहीं है। कौन आईएएस कहां लग रहा है, पता नहीं। अतिरिक्त चार्ज पर अधिकारी काम कर रहे हैं। बीजेपी वाले बताते नहीं हैं, लेकिन हमें पता है। जब मुख्य पोस्ट के लिए आरपीएस की लिस्ट आती है, तब इन्हें कहना पड़ता है कि कांग्रेस के समय जो अधिकारी लगाए गए, उनसे बेहतर अधिकारी नहीं हैं। बता दें कुछ दिन पहले डोटासरा ने एक ट्विट करके इस मुद्दे को उठाया था।
एक भी वैकेंसी नहीं निकाली- डोटासरा
कार्यक्रम में भाजपा सरकार की पांच लाख सरकारी नौकरी के वादे पर बोलते हुए डोटासरा ने कहा कि सीएम हजारों नौकरी देने की बात करते हैं, लेकिन उन्होंने एक भी वैकेंसी नहीं निकाली, सभी भर्ती पुरानी हैं, जिनकी विज्ञप्तियां भी हमारी निकाली हुई हैं। उन्होंने कहा कि ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 9 महीने में एक पैसे का भी काम नहीं किया। आरपीएससी में जो परीक्षा देने या इंटरव्यू देने जा रहा, वह बेईमान, कर्मचारी चयन आयोग बेईमान, परीक्षा में सफल होने वाले भी बेईमान। इस तरह से प्रदेश को बदनाम मत करिए। गड़बड़ी करने वालों को पकड़िए।
‘इस सरकार का कोई विजन नहीं’
अंत में डोटासरा ने कहा कि इस सरकार का कोई विजन नहीं है। डोटासरा ने कहा कि ऐसे लोग सत्ता में आए हैं, जो केवल नफरत फैलाने का काम करते हैं। किसी को बदनाम करने के लिए कितनी भी बड़ी साजिश कर सकते हैं। इन लोगों का एक ही काम है कि कांग्रेस को बदनाम करना। इस कार्यक्रम में सांसद अमराराम, प्रदेश कांग्रेसाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विधायक राजेंद्र पारीक एवं जिलाध्यक्ष सुनिता गठाला सहित कांग्रेस और कम्यूनिस्ट पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।