इस दर्द पर आरजीएचएस की परियोजना अधिकारी शिप्रा विक्रम से सीधी बात…
Q- दवा विक्रेता दवाइयां नहीं दे रहे, उन्हें भुगतान नहीं मिल रहा?A- अभी दिवाली वाले दिन 97 करोड़ रुपए जारी किए हैं।
A- भुगतान नियमित प्रक्रिया है। दिवाली के बाद ही भुगतान हुआ है। A- फिर बकाया भुगतान की बात क्यों?
A- यह दवा विक्रेताओं का दबाव बनाने का तरीका है कि अधिक भुगतान मिलता रहे।
A- पुनर्भरण के नियम हैं। जिसके कारण पैसा रोका होगा। Q- पुनर्भरण का वादा मिला, फिर भी कई को पैसा नहीं मिला?
A- इन्हें हमारे पास भेजिए, इसका क्या कारण है दिखवा लेंगे।
पीडि़तों ने पत्रिका को बताया अपना दर्द
मेरे पिताजी और माताजी हॉर्ट के मरीज हैं। उनका कोटा के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। तीन महीने से उन्हें आरजीएचएस में दवाई नहीं मिल रही। सरकार से पैसों का भुगतान नहीं मिलने की बात कहकर मना करदिया जाता है।
- देवेन्द्र कुमार, कोटा
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मेर पति देवीशरण गुप्ता सेल टैक्स विभाग से सेवानिवृत हुए। एसीडेंट होने पर उन्हें हिंडोन से जयपुर के एक निजी अस्पताल लेकर गए। जहां उन्हें भर्ती करके कहा गया कि पैसों का पुनर्भरण हो जाएगा। इलाज में 3 लाख खर्च हुआ। बिल पोर्टल पर अपलोड करने के बावजूद पैसा नहीं मिला।- संतरा देवी, हिंडौन