संयुक्त निदेशक ने दिया संदेश
कॉलेज शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक विजेंद्र कुमार शर्मा की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि प्रदेश के कॉलेज उच्च शिक्षा के प्रमुख केन्द्र हैं। ऐसे में विद्यार्थियों के लिए कॉलेज का शैक्षिक वातावरण और फाइल फोटो परिदृश्य ऐसा हो कि कॉलेज में प्रवेश करते ही सकारात्मकता महसूस हो। साथ ही समाज में उच्च शिक्षा विभाग और कॉलेज के प्रति एक अच्छा संदेश जाए। इसके चलते कॉलेज भवनों का रंग में बदलाव किया जाए।
20 कॉलेजों में बदलेगा कॉलेजों का रंग
पहले चरण में प्रत्येक संभाग के 2-2 सरकारी कॉलेजों को सम्मिलित करते हुए प्रदेश के कुल 20 कॉलेजों के भवन के सामने के फ्रंट और प्रवेश हॉल का कलर व्हाइट गोल्ड और ऑरेंज ब्राउन किया जाएगा। यह काम जल्द से जल्द पूरा कर कॉलेज शिक्षा विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर भेजना होगा। अजमेर, नागौर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, बीकानेर, श्रीगंगानगर, भरतपुर, सवाईमाधोपुर, अलवर, कोटपूतली, जोधपुर, बालोतरा, कोटा, बूंदी, पाली, जालोर, सीकर, चूरू, उदयपुर, चित्तौड़गढ़ जिले इनमें शामिल हैं।
शिक्षा में राजनीति करने पर उतरी भाजपा : जाखड़
कॉलेज आयुक्तालय के इस आदेश का राजस्थान एनएसयूआइ ने विरोध किया है। एनएसयूआइ प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड़ ने कहा कि भाजपा सरकार शिक्षा में राजनीति कर रही है। पहले छात्राओं को मिलने वाली साइकिल का रंग भगवा करने के आदेश दिए। अब कॉलेजों के भवनों को भगवा किया जा रहा है। इससे सरकार की ओछी मानसिकता का पता चल रहा है। जाखड़ ने कहा कि राजनीति करने के बजाय स्कूल और कॉलेजों में शिक्षा के स्तर को सुधारने पर ध्यान दिया जाए।