जयपुर

राजस्थान: Corona Third Wave की आशंका, जानें किन तैयारियों में जुटी है Ashok Gehlot सरकार?

कोरोना की तीसरी लहर से बचाव की करें तैयारी -डॉ. शर्मा, चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री ने ली जिला प्रशासन व चिकित्सा अधिकारियों की बैठक, 18 महीने में पूरे करवाएं मेडिकल कॉलेज व सर्जीकल वार्ड का काम

जयपुरAug 17, 2021 / 02:16 pm

Nakul Devarshi

जयपुर।

कोरोना की पहली और दूसरी लहर की बेकाबू विपरीत स्थितियों से निपटने के बाद गहलोत सरकार तीसरी लहर की आशंकाओं के मद्देनज़र तैयारियों में जुटी हुई है। चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव की पूरी तैयारी रखें। वैक्सीनेशन, ऑक्सीजन प्लांट, अस्पतालों में शिशु रोग वार्डो व अन्य आईसीयू से संबंधित कामकाज तथा अन्य जरूरी उपायों को समय रहते पूरा कर लिया जाए। मेडिकल कॉलेज व सर्जीकल वार्ड का काम 18 महीने में पूरा किया जाए।

 

चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने सोमवार को मेडिकल कॉलेज के सेमीनार हॉल में जिला प्रशासन, अजमेर विकास प्राधिकरण, स्मार्ट सिटी योजना तथा चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों ने कोरोना महामारी की तीसरी लहर की भी आशंका जताई है। अधिकारी समय रहते सभी तरह की तैयारियां पूरी कर लें।

 

चिकित्सा मंत्री ने अजमेर विकास प्राधिकरण, स्थानीय निकाय एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को कहा कि अजमेर में बनने वाले नये ऑक्सीजन प्लांटों का काम समय रहते पूरा करवाएं। नये ऑक्सीजन प्लांट, स्टोरेज टैंक तैयार हो जाने के बाद अजमेर जिले में 4 हजार 500 सिलेन्डर प्रतिदिन से अधिक की क्षमता हो जाएगी।



उन्होंने जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय प्रशासन और चिकित्सा विभाग को निर्देश दिए कि अस्पतालों में आईसीयू वार्ड, ऑक्सीजन बैड, शिशु रोग वार्ड, एसएनसीयू, नीकू और पीकू वार्ड सहित सभी आवश्यक सुविधाओं को अतिशीघ्र पूरा कर लिया जाए। तीसरी लहर से बचाव के लिए सीएचसी स्तर पर भी चिकित्सा सुविधाओं का भी विस्तार किया जाना है। इन सभी को भी समय रहते पूरा कर लिया जाए।

 

डॉ. शर्मा ने कहा कि कायड़ में 200 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाला नया मेडिकल कॉलेज भवन और जेएलएन चिकित्सालय के बाहर 50 करोड रूपए की लागत से बनने वाला सर्जीकल व ट्रोमा वार्ड अजमेर के चिकित्सा इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा। अजमेर विकास प्राधिकरण को कार्यकारी एजेन्सी चुना गया है। इसे 18 महीने में पूरा करवाया जाए। उन्होंने अस्पताल में स्मार्ट सिटी योजना के तहत बनने वाले मेडिसिन ब्लॉक, मोर्चरी व अन्य निर्माण कार्यों को भी निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश दिए।

 

चिकित्सा मंत्री ने डेडीकेटेड कोविड हॉस्पीटल, जिला व सीएचसी स्तर के अस्पतालों, मातृ शिशु रोग ईकाइयों, ऑक्सीजन बेड, वेंटीलेटर व बाईपेप की उपलब्धता तथा ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर आदि के बारे में जानकारी लेते हुए इनके अधिकतम उपयोग के निर्देश दिए।

 

चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव वैभव गालरिया ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना की तीसरी लहर से बचाव की तैयारी तथा अजमेर में होने वाले विकास कार्यों को लेकर पूरी गंभीरता एवं संवेदनशीलता के साथ काम किया जाए। राज्य सरकार द्वारा जो डेड लाईन निर्धारित की गई है उसके अनुसार ही काम किया जाए। चिकित्सा मंत्री डॉ. शर्मा व गालरिया ने जिला कलक्टर श्री प्रकाश राजपुरोहित को निर्देश दिए कि इन सभी कामों की नियमित मॉनिटरिंग करें।

 

जिला कलक्टर राजपुरोहित ने कहा कि अजमेर में नियमित रूप से कोरोना प्रबंधन व अन्य कार्य किया जा रहे हैं। इन सभी को योजनाबद्ध ढंग से पूरा किया जाएगा। बैठक में अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त अक्षय गोदारा, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीबी सिंह एवं चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. अनिल जैन, चिकित्सा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. इन्द्रजीत सिंह एवं सीएमएचओ डॉ. के.के. सोनी ने प्रजेन्टेशन के जरिए विभागीय कार्ययोजना की जानकारी दी।

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