राजस्थान में गहलोत मंत्रिमंडल का पुनर्गठन आखिरकार हो गया और सभी नए मंत्रियों ने शपथ भी ले ली। हालांकि इन सब के बीच किसी मंत्रिमंडल में पहली बार बनी ‘जीजा-साले’ की जोड़ी हर तरह चर्चा का विषय बना हुआ है। ये परिस्थिति बनी है बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक राजेंद्र गुढ़ा के मंत्री बनाए जाने से।
दरअसल, मंत्रिमंडल में शामिल हुए राजेंद्र गुढ़ा की रिश्तेदारी में जीजा लगने वाले भंवर सिंह भाटी पहले ही सरकार में मंत्री हैं। वे उच्च शिक्षा महकमें के राज्य मंत्री की ज़िम्मेदारी पहले से ही निभा रहे हैं। राजेन्द्र गुढ़ा की सगी बहन की शादी भंवर सिंह भाटी के साथ हुई है।ऐसे में राजेंद्र गुढ़ा के राज्य मंत्री बनाये जाने के बाद अब गहलोत मंत्रिमंडल में ‘जीजा-साले’ की जुगलबंदी देखने को मिलेगी।
गहलोत के करीबी हैं भाटी-गुढ़ा
राज्य मंत्री की भूमिका में दिखने वाले ‘जीजा-साले’ की जुगल जोड़ी की एक ख़ास बात और ये है कि दोनों ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाते हैं। सरकार जब संकट में थी तब दोनों ही नेता मुख्यमंत्री के साथ ‘बाड़ेबंदी’ में शामिल रहे थे। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि भंवर सिंह भाटी को बरकरार रखकर और राजेंद्र को मंत्रिमंडल में शामिल करकेमुख्यमंत्री ने एक जाति विशेष के वर्ग को साधने की कोशिश की है।