राजस्थान फाउन्डेशन ( Rajasthan Foundation ) की 8वीं कार्यकारी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव निरंजन आर्य Chief Secretary Niranjan Arya ) ने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों का जुड़ाव अपनी मिट्टी से बना रहे और उन्हें यहां आने पर मान-सम्मान मिले इसके लिए राजस्थान फाउन्डेशन की ओर से किए गए प्रयासों की सराहना की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश विदेश में बस रहे राजस्थान के लोग ना केवल फिर से अपनी संस्कृति के साथ दिल से जुड़ें, बल्कि निवेश के जरिये राज्य के विकास में भी भागीदार बनें, इसके लिए राजस्थान फाउन्डेशन एक मध्यस्थ की तरह काम कर रहा है।
मुख्य सचिव ने फाउन्डेशन के अगले तीन महीनों के टारगेट्स पर चर्चा करते हुए एक्शन प्लान के तहत किये जाने वाले कार्यों का अनुमोदन भी किया। उन्होंने फाउन्डेशन के कार्यों को विस्तार देने के लिए उद्योग और पर्यटन विभागों के साथ समन्वय कर कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर राजस्थान फाउन्डेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने बताया कि फाउन्डेशन के माध्यम से न केवल प्रवासियों को यहां की संस्कृति और सामाजिक सरोकारों से जोड़ने का काम किया जा रहा है, बल्कि उनकी समस्याओं के निराकरण में भी सहायक बनने का प्रयास किया जा रहा है। फाउन्डेशन द्वारा कोरोना काल में भी प्रवासी राजस्थानियों की मदद और राहत देने के लिए हर संभव प्रयास किए गए हैं। कोरोना के समय में विभिन्न देशों में बसे राजस्थानियों को चिकित्सा विशेषज्ञों से कन्सलटेन्सी की सुविधा भी फाउन्डेशन ने उपलब्ध करवाई।
50 चैप्टर स्थापित करने की कोशिश
फाउन्डेशन आयुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप फाउन्डेशन द्वारा देश-विदेश में कुल 50 चैप्टर स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में देश के विभिन्न राज्यों में 9 चैप्टर्स व देश के बाहर न्यूयॉर्क, लंदन तथा काठमांडू में तीन चैप्टर्स स्थापित हैं। बैठक में प्रमुख शासन सचिव, वित्त अखिल अरोड़ा, शासन सचिव, खाद्य, नागरिक आपूर्ति नवीन जैन, रीको के प्रबंध निदेशक आशुतोष पेडणेकर उपस्थित रहे।