राजस्थान की पहली सोने की खान नीलाम होने की राह खुल गई है। बांसवाड़ा के भूखिया जगपुरा क्षेत्र में सोने की खान का अदालत में विचाराधीन मामला निस्तारित हो गया है। राज्य सरकार का पक्ष सुनने के बाद हाईकोर्ट ने याचिका निस्तारित कर दी, जिसके बाद सरकार ने सोने की खान नीलाम करने की तैयारी शुरू कर दी है। राज्य की यह पहली स्वर्ण खान की नीलामी होगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव वीनू गुप्ता ने बताया कि हाईकोर्ट में राज्य सरकार ने अपना पक्ष रखा था। इसके बाद अदालत ने प्रतिपक्ष के आवेदन को खारिज कर दिया है। बांसवाड़ा के भूखिया जगपुरा में सोने की खान की नीलामी के लिए आवश्यक औपचारिकताएं पूरी की जा रही है। संभावना है कि वहां स्वर्ण, तांबा और कोबाल्ट व निकल के डिपोजिट है। यहां 134178 करोड़ रुपए के स्वर्ण भण्डार और 7720 करोड़ रुपए के तांबे के भंडार संभावित है।
तीन ब्लॉक अहमयहां भारतीय भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण भू विभाग की ओर से 1990-91 में किए गए एक्सप्लोरेशन के दौरान स्वर्ण के संकेत मिलने पर 69.658 वर्ग किलोमीटर के तीन ब्लॉक एक्सप्लोरेशन के लिए आरक्षित किए गए थे। इस क्षेत्र में एक्सप्लोरेशन के दौरान 15 ब्लॉकों में 171 बोर होल्स में 46037.17 मीटर ड्रिलिंग करने पर स्वर्ण भण्डार पाए गए। भूखिया जगपुरा में एक्स्प्लोरेशन परिणामों के अनुसार 14 ब्लॉकों में 1.945 ग्राम/टन के लगभग 114.76 मिलियन टन सोने के भंडार का आकलन किया गया है।
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