अब उसी किसान को लोन दिया जाएगा जो बायोमेट्रिक सत्यापन (
Biometric verification in Rajasthan ) में सही पाया जाएगा। यानि आधार कार्ड की डिटेल के आधार पर पहले अंगूठा लगवाकर किसान का सत्यापन किया जाएगा। फिर सही जानकारी पाए जाने पर ही किसान को फसली ऋण दिया जाएगा।
बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद ही किसानों को मिलेगा फसली ऋण ( BioMetric Verification for loan Waiver in Rajasthan ) सहकारिता रजिस्ट्रार डॉ नीरज कुमार पवन का कहना है कि अब बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद ही किसान को फसली ऋण दिया जाएगा। आपको बता दें कि भाजपा सरकार के दौरान किसानों की ऋणमाफी के दौरान कई तरह की गड़बड़ियां सामने आई थीं। कई स्थानों पर इस तरह के मामले सामने आए थे, जिनमें किसान से जितना ऋण लिया था, उससे ज्यादा राशि का ऋण माफ कर दिया गया। ऐसे मामले भी सामने आए, जिनमें फर्जीवाड़ा करके किसानों के नाम से न केवल ऋण उठा लिया गया बल्कि उसे माफ भी करवा लिया गया।
राजस्थान के इन जिलों से सामने आई थी गड़बड़ियां ( Farm loan waiver in Rajasthan ) राज्य के अलवर, डूंगरपुर, भरतपुर समेत अन्य कई जगहों पर इस तरह की गड़बड़ियां सामने आई थीं। इनसे बचने के लिए अब सहकारिता विभाग किसान का आधार आधारित बायोमेट्रिक सत्यापन करवाकर ही उन्हें फसली ऋण देगा। बता दें कि चालू वित्तीय वर्ष में सहकारिता से जुड़े करीब 40 लाख किसानों को करीब 16 हजार करोड़ रुपए का ऋण बांटने का विभाग का लक्ष्य है।