नए उत्पादों का निर्यात संभव
एयर कनेक्टिविटी बढ़ने से प्रदेश के नए निर्यातकों को फायदा होगा। परिधान, ज्वैलरी व हैंडीक्राट के साथ ही यहां से खिलौने, मेटल, होम डेकोर जैसे नए सेक्टर में भी निर्यात बढ़ेगा। इनकी मांग लैटिन अमरीकी देशों में ज्यादा है, जिनमें चिली, कोलंबिया, इक्वेडोर, साउथ जार्जिया, उरूग्वे, कोस्टारिका जैसे देश शामिल हैं।RSOS : राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल बोर्ड से अपडेट, 10वीं-12वीं कक्षा की परीक्षा का टाइम टेबल जारी
ये देश अब भी दूर
जयपुर से फिलहाल मस्कट, शारजाह, दुबई, अबू धाबी, कुआलालंपुर और बैंकॉक तक हवाई संपर्क है, लेकिन यहां से कारोबारियों का यूरोप, अमरीका, अफ्रीकी देशों के साथ-साथ जापान, सिंगापुर, हांगकांग, चीन, वियतनाम, ऑस्ट्रेलिया, रूस, कजाकिस्तान जैसे देशों में आना-जाना रहता है। इन देशों तक सीधी उड़ान नहीं होने से अभी दिल्ली या मुंबई होकर यात्रा करनी पड़ती है।Rajasthan News : किसानों की बल्ले-बल्ले, कृषि-अकृषि ऋणों के ब्याज पर मिलेगा भारी अनुदान, आदेश जारी
ये बोले कारोबारी….
सीधी फ्लाइट नहीं, लगता है अधिक वक्त – मार्बल निर्यातक मार्बल निर्यातक सुरेंद्र जैन ने कहा राजस्थान से स्टोन एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए टर्की, वियतनाम, जर्मनी, इटली जैसे देशों के लिए जयपुर से सीधी लाइट होनी चाहिए। इन देशों के लिए दिल्ली से लाइट पकड़ने के लिए 12 से 16 घंटे खराब होते हैं।Good News : कोटा से चांदखेड़ी बस सेवा आज से शुरू, जनता खुशी से झूमी
निर्यात : मिलेगी गति
उत्पाद – बाजार – मूल्य वृद्धि 1- परिधान – 4000 – 15-20 फीसद।2- हैंडीक्राट – 8000 – 10-15 फीसद।
3- ज्वैलरी – 9000 – 20-25 फीसद।
*राशि करोड़ रुपए में ।