हैरत की बात ये भी है कि सांसद जसकौर मीणा ने महिला सांसदों को बोलने देने का पर्याप्त समय नहीं देने पर नाराज़गी ऐसे समय में उठाई है जब केंद्र सरकार ने महिलाओं को आरक्षण संबंधी बिल हालिया पारित करवाया है।
ये भी पढ़ें : राजस्थान विधानसभा में आगे ‘हाई वोल्टेज’ तय ! जानें किन आक्रामक नेताओं पर रहेगी नज़र सांसद जसकौर मीणा लोकसभा में लैंगिक असमानता विषय पर अपनी बात रख रही थीं। इस दौरान उन्होंने स्पीकर कई ओर इशारा करते हुए अपनी नाराज़गी और चिंता जताई। उन्होंने कहा कि संसद में महिलाओं को बोलने के समान अवसर नहीं दिए जाते हैं। सदन में सुबह से मौजूद रहने के बाद भी उन्हें सत्र के आखिर में बोलने का मौका दिया जाता है।
‘चेयर भी नहीं दे रहा समानता का दर्जा’
सांसद जसकौर ने कहा, ‘महिलाओं को समानता का दर्जा तो आप लोग और चेयर भी नहीं दे रहा है। हम आज सुबह से हैं, हमेशा पूरे समय रहते हैं। बावजूद इसके हमें सबसे आखिर में बोलने दिया जाता है। कानून मंत्री और अन्य सांसद विस्तार से अपनी बात रखते हैं, क्या हम ऐसा नहीं कर सकते? आपको हमें उचित समय देना चाहिए।’
सांसद जसकौर ने कहा, ‘महिलाओं को समानता का दर्जा तो आप लोग और चेयर भी नहीं दे रहा है। हम आज सुबह से हैं, हमेशा पूरे समय रहते हैं। बावजूद इसके हमें सबसे आखिर में बोलने दिया जाता है। कानून मंत्री और अन्य सांसद विस्तार से अपनी बात रखते हैं, क्या हम ऐसा नहीं कर सकते? आपको हमें उचित समय देना चाहिए।’
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अपनी बात को रखते हुए जसकौर मीणा ने अपनी पार्टी के चीफ व्हिप से भी आग्रह किया कि महिला सांसदों को बोलने के लिए पर्याप्त समय देना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि महिला सांसदों को दूसरे या तीसरे स्लॉट पर बोलने दिया जाना चाहिए, लेकिन मौक़ा मिलता है 15वें नंबर पर। हम तीन-तीन दिन से तैयारी करके आते हैं, लेकिन पूरी बात नहीं रख पाते।’
अपनी बात को रखते हुए जसकौर मीणा ने अपनी पार्टी के चीफ व्हिप से भी आग्रह किया कि महिला सांसदों को बोलने के लिए पर्याप्त समय देना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि महिला सांसदों को दूसरे या तीसरे स्लॉट पर बोलने दिया जाना चाहिए, लेकिन मौक़ा मिलता है 15वें नंबर पर। हम तीन-तीन दिन से तैयारी करके आते हैं, लेकिन पूरी बात नहीं रख पाते।’
‘अन्याय सहकर बैठना बड़ा दुष्कर्म’
सांसद जसकौर मीणा ने अपने नाराज़गी हिंदी साहित्यकार मैथिलीशरण गुप्त की दो पंक्तियों से ख़त्म कीं। उन्होंने कहा ‘अन्याय सहकर बैठ जाना ये बड़ा दुष्कर्म है, न्यायार्थ अपने बंधु को भी दंड देना धर्म है।’ जसकौर मीणा के भाषण का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
सांसद जसकौर मीणा ने अपने नाराज़गी हिंदी साहित्यकार मैथिलीशरण गुप्त की दो पंक्तियों से ख़त्म कीं। उन्होंने कहा ‘अन्याय सहकर बैठ जाना ये बड़ा दुष्कर्म है, न्यायार्थ अपने बंधु को भी दंड देना धर्म है।’ जसकौर मीणा के भाषण का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
कांग्रेस ने बनाया मुद्दा, वीडियो किया शेयर
राजस्थान से भाजपा सांसद जसकौर मीणा का सदन में ‘तिलमिलाना’ विरोधी दलों को मुद्दा दे गया। इंडिया गठबंधन और कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स से सांसद जसकौर का वीडियो शेयर किया है। साथ ही लिखा है, ‘भाजपा सांसद जसकौर मीणा कह रही हैं कि मोदी सरकार महिलाओं को समान अधिकार नहीं दे रही है। सदन में महिलाओं के साथ पक्षपात किया जाता है। ये है भाजपा का असल चाल-चरित्र और चेहरा.. जो खुद भाजपा की महिला सांसद बता रही हैं।’
राजस्थान से भाजपा सांसद जसकौर मीणा का सदन में ‘तिलमिलाना’ विरोधी दलों को मुद्दा दे गया। इंडिया गठबंधन और कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स से सांसद जसकौर का वीडियो शेयर किया है। साथ ही लिखा है, ‘भाजपा सांसद जसकौर मीणा कह रही हैं कि मोदी सरकार महिलाओं को समान अधिकार नहीं दे रही है। सदन में महिलाओं के साथ पक्षपात किया जाता है। ये है भाजपा का असल चाल-चरित्र और चेहरा.. जो खुद भाजपा की महिला सांसद बता रही हैं।’