प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने 30 करोड़ से अधिक की साइबर ठगी करना स्वीकार किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने 135 बैंक खाते और 64 यूपीआई आईडी ब्लॉक कराई है और साथ ही बीस एटीएम भी ब्लॉक किए हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि एक साल के दौरान यानी पिछले एक साल में नौ करोड़ 27 लाख रूपए से ज्यादा की राशि ठगों ने बैंक खातों से निकाली है जिसमें से करीब चालीस फीसदी से ज्यादा राशि यानी तीन करोड़ 85 लाख रुपए से ज्यादा पैसा पुलिस ने ब्लॉक कराया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए अपराधी फर्जी वेबसाइट, ऑनलाइन लिंक और बैंक धोखाधड़ी के माध्यम से लोगों को जाल में फंसाते थे। जयपुर वेस्ट पुलिस के 51 पुलिसकर्मियों ने एक महीने तक अलग-अलग जगहों पर जांच पड़ताल की और उसक बाद पिछले दो से तीन दिनों के दौरान करीब तीस साइबर ठग धरे हैं। फिलहाल इस मामले में पूछताछ जारी है। इससे पहले शुक्रवार शाम भी ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत ही चार साइबर ठग पकड़े गए थे। उनके पास से काफी सारा सामान भी बरामद हुआ था।
साइबर फ्रॉड होते ही उससे बचने का बेहद आसान तरीका है। सबसे पहले तो पुलिस और बैंक को फोन कर पैसा ब्लॉक किया जाता है। इसके लिए 1930 नंबर पर फोन कर सकते हैं या फिर तुरंत ही नजदीक के पुलिस थाने जा सकते हैं। उसके बाद पुलिस की मदद से पैसा ब्लॉक किया जाता है।