एसओजी को नितिन ने बताया कि शिखा से उसने दूसरी शादी की है। नितिन की पहली पत्नी जयपुर में जगतपुरा में एक किराये के फ्लैट में रहती है। एसओजी का कहना है कि ठगी के मामले में पहली पत्नी की अभी कोई भूमिका सामने नहीं आई है। पूछताछ के आधार पर सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।
मेरठ में हुई जान-पहचान मूलत: अलीगढ निवासी नितिन दिल्ली आने से पहले मेरठ में कंस्ट्रक्शन का काम करता था, जहां उसकी मुलाकात मैरिज ब्यूरो में काम करने वाली शिखा अरोड़ा से हुई। नितिन शादीशुदा होने के बावजूद शिखा से शादी कर दिल्ली में आ बसा।
जयपुर में भी बैंक अकाउंट
एसओजी की जांच में गिरफ्तार दंपत्ती के दिल्ली, यूपी के अलावा जयपुर में भी बैंक खातों की जानकारी सामने आई है। एसओजी के जांच अधिकारी करण शर्मा ने बताया कि नितिन और शिखा के सभी बैंक खातों को सीज करवा दिया गया है। संबंधित बैंकों से इकने खातों की जानकारी भी मांगी गई है।
एसओजी की जांच में गिरफ्तार दंपत्ती के दिल्ली, यूपी के अलावा जयपुर में भी बैंक खातों की जानकारी सामने आई है। एसओजी के जांच अधिकारी करण शर्मा ने बताया कि नितिन और शिखा के सभी बैंक खातों को सीज करवा दिया गया है। संबंधित बैंकों से इकने खातों की जानकारी भी मांगी गई है।
आसाराम को पैरोल के नाम पर फंसाने की कोशिश
पूछताछ में जानकारी सामने आया है कि ठग नितिन गुप्ता एक अधिवक्ता के जरिए आसाराम के संपर्क में आया था। ऊंचे तालूकात का हवाला देते हुए उसने आसाराम को पैरोल पर बाहर निकालने का आश्वासन दिया था। इसके चलते नितिन जोधपुर जेल में जाकर के तीन-चार आसाराम से मिल भी चुका है। पूछताछ में उसने बताया कि पैरोल के बदले उसे करीब 50 लाख रुपए मिलने थे।
पूछताछ में जानकारी सामने आया है कि ठग नितिन गुप्ता एक अधिवक्ता के जरिए आसाराम के संपर्क में आया था। ऊंचे तालूकात का हवाला देते हुए उसने आसाराम को पैरोल पर बाहर निकालने का आश्वासन दिया था। इसके चलते नितिन जोधपुर जेल में जाकर के तीन-चार आसाराम से मिल भी चुका है। पूछताछ में उसने बताया कि पैरोल के बदले उसे करीब 50 लाख रुपए मिलने थे।