हत्या इतनी सुनियोजित तरीके से की गई कि किसी को भनक तक नहीं लगी। मृतक अशोक की बेटी ने पुलिस को बताया कि उनकी मां रजनी और सौतले बेटे जितेन्द्र में अवैध संबध थ। पिता समेत पूरा परिवार दोनो को कई बार समझा चुका था, कई बार दोनो को ही घर से बाहर निकाल दिया गया था लेकिन दोनो अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे थे। पिता ने ज्यादा विरोध किया तो पिछले साल सितंबर में उनकी हत्या कर दी गई। उनको लौकी की सब्जी में जहर दिया गया।
उसके बाद उनको उल्टियां हुई। उन्हें अस्पताल ले जाने की जगह दो से तीन घंटे कार में घुमाते रहे, परिवार के किसी भी सदस्य को इसकी सूचना नहीं दी। बाद में जब सांसें थम गई तो घर ले आए और कहा कि अचानक मौत हो गई। इस मामले में अब बेटी के हाथ कुछ सबूत लगे तो वे पुलिस को सौपें और अब हत्या का केस दर्ज कराया गया है। तीस लाख रुपए कैश, लाखों रुपए के जेवर और अन्य कीमती सामान मां रजनी द्वारा ले जाने की बात भी मुकदमें में दर्ज कराई गई है।