डीसीपी (पश्चिम) अमित कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी विजय शर्मा सरना डूंगर और राहुल यादव गोविन्दगढ़ का रहने वाला है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपी सरना डूंगर के फायर स्टेशन में अस्थाई कर्मचारी के रुप में काम करते है। फायरमैन व ड्राईविंग के अनुभव के प्रमाण पत्र होने पर प्राइवेट ठेकेदार के द्वारा अस्थाई फायरमैन व अस्थाई ड्राईवर के रुप में नियुक्ति होती है। आगजनी की सूचना मिलने पर मौके पर जाकर आग बुझाने का काम करते है। आग बुझाने के दौरान फायर ब्रिगेड की गाड़ी से जितना डीजल खर्च होता है उससे ज्यादा डीजल खर्च होना बताकर अधिक डीजल डलवा लेते है। फिर फायर ब्रिगेड की गाड़ी से डीजल निकालकर अन्य लोगों को बेच देते है। आगजनी की जितनी ज्यादा सूचना मिलती थी उतना ही ज्यादा फायदा होता था।
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इस तरह पकड़े आरोपी
फायर मैन विजय शर्मा, चालक राहुल यादव घटना को अंजाम देने के लिए मुंह पर रुमाल बांधकर बाइक से जाते थे। रीको एरिया में फैक्ट्री में माचिस सिगरेट से आग लगाककर वापस फायर स्टेशन पर आ जाते थे। पुलिस ने मुखबिर से सूचना मिलने के बाद 100 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चैक करने के बाद आरोपियों का रूट मैप तैयार कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में दोनों ने 7 जनवरी को रिया आर्गेनिक फैक्ट्री, 29 अक्टूबर को चौहान प्लास्टिक फैक्ट्री और 24 दिसंबर को राम राम इण्डस्ट्रीज में आग लगाना स्वीकार किया।