अब तक 19 करोड़ को कराया भोजन इन रसोई के तहत अब तक पूरे प्रदेशभर में 19 करोड़ लोगों को भोजन कराया जा चुका है। रोजाना 2.45 लाख लोगों को आठ रुपए में भोजन कराया जा रहा है। करीब 550 से अधिक संस्था व एनजीओ के माध्यम से योजना का संचालन किया जा रहा है। रसोई संचालकों को सरकार की ओर से प्रति थाली 17 रुपए का अनुदान दिया जा रहा है। सुबह 8.30 से 3 और रात को 5 से 9 बजे तक रसोई के जरिए भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
ग्रामीण में एक हजार रसोई खोलने का लक्ष्य गहलोत सरकार के आखिरी बजट में ग्रामीण क्षेत्रों में एक हजार इंदिरा रसोई खोलने का लक्ष्य रखा गया था। नोडल एजेंसी डीएलबी को बनाया गया। कुछ जगहों पर रसोई खोली गई तो कई जगहों पर स्थान चिन्हित किया गया। लेकिन सरकार बदलने के बाद फिलहाल काम अटका पड़ा है।
फैक्ट फाइल —20 अगस्त, 2020 को शुरू की गई थी योजना
—प्रदेश के शहरों में चल रही एक हजार रसोई
—रोजाना 2.45 लाख लोगों को कराया जा रहा है दो समय का भोजन
—8 रुपए है भोजन की दर, सरकार दे रही 17 रुपए प्रति थाली अनुदान
—कोरोना काल में 72 लाख लोगों को कराया निशुल्क भोजन
—प्रदेश के शहरों में चल रही एक हजार रसोई
—रोजाना 2.45 लाख लोगों को कराया जा रहा है दो समय का भोजन
—8 रुपए है भोजन की दर, सरकार दे रही 17 रुपए प्रति थाली अनुदान
—कोरोना काल में 72 लाख लोगों को कराया निशुल्क भोजन