सरकार में फिजूलखर्ची का ये आलम
-सरकारी कार्यक्रम, बैठकें सितारा होटलों में हो रही हैं
-आयोजन के नाम पर इवेंट कंपनियों और होटलों को लाखों का भुगतान
-इवेंट कंपनियां बाजार दर से दोगुना कीमत के बिल देती हैं।
-प्लास्टिक की पानी की बोतल, मंच सजाने के लिए ही इंवेंट कंपनियों को लाखों का भुगतान
विश्राम गृह, गेस्ट हाउस में ठहरें
अधिकारी जिलों में दौरे पर जाते हैं तो उनके अधीनस्थ उन्हें ठहराने के लिए लग्जरी होटल में कमरा बुक कराते हैं। जबकि उस जिले में सरकारी विश्राम गृह और गेस्ट हाउस भी होते हैं। सितारा होटल बुक करने पर मोटे बिल का भुगतान विभाग करते हैं। पंत ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ऐसी फिजूलखर्ची को बंद किया जाए।