भाजपा सरकार अपने काम गिना रही है, तो कांग्रेसी उनकी पिछली सरकार में कराए कामों के साथ ही योजनाओं को बंद करने के आरोप लगा रही है। हालांकि कुछ सीटों पर स्थानीय बड़े मुद्दे यमुना जल, पलायन, बेरोजगारी आदि पर चर्चा की जा रही है, पर ग्रामीण क्षेत्रों के बिजली, पानी और सड़क के मुद्दे गौण हैं। आईए जानते है सात विधानसभा सीटों के अहम मुद्दों के बारें में।
सलूम्बर: रोजगार और पलायन की ज्यादा चर्चा
अवैध बजरी और पत्थर खनन के साथ ही बिजली, पानी और चिकित्सा सुविधाओं को लेकर मुद्दों पर चर्चा हो रही है। रोजगार के लिए पलायन भी बड़ा मुद्दा है। भाजपा दिवंगत विधायक और राज्य व केन्द्र सरकार की ओर से कराए कामों को गिना रही है। वहीं, कांग्रेस वादाखिलाफी के आरोप लगा रही है। यहां विश्व प्रसिद्ध जयसमंद झील के भराव और क्षेत्र में बढ़ते साइबर अपराध के मुद्दे भी चर्चा में हैं।खींवसर: खान लीज पर दिलाने की कर रहे पैरवी
स्थानीय मुद्दों में यहां सभी छोटे किसानों को खान लीज पर दिलाने की पैरवी मजबूती से करने का दावा कर रहे हैं। इसके अलावा अन्य मुद्दों की चर्चा कम है। भाजपा डबल इंजन सरकार की बात कर रही है, तो आरएलपी भी डबल इंजन जोड़ने की बात कर रही है। यहां सांसद आरएलपी से हैं। कांग्रेस-भाजपा सरकार में काम नहीं होने और पिछली सरकार की योजनाओं को बंद करने को मुद्दा बनाया जा रहा है।दौसा: जातिगत आधार पर बिछी चुनावी बिसात
जातिगत आधार पर चुनावी बिसात बिछी हुई है। स्थानीय मुद्दे ज्यादा प्रभावी नहीं हैं। भाजपा का फोकस सरकार के दस माह के कामकाज को गिनाने पर, तो कांग्रेस का उनकी पिछली सरकार के समय चल रही योजनाओं को बंद करने पर है। गांवों में बिजली, पानी व सड़कों को लेकर भी मांग रखी जा रही है। प्रचार के लिए डीजे पर डांस, जेसीबी से पुष्पवर्षा और महिलाओं के समूह में लोकगीत गायन का सिलसिला चल रहा है।देवली-उनियारा: अवैध खनन व परिवहन मुद्दे
अवैध बजरी खनन और परिवहन यहां बड़ा मुद्दा है। इसके अलावा क्षेत्र में पानी, बिजली, सड़क और रोजगार के मुद्दों को लेकर भी चर्चा हो रही है।झुंझुनूं: बिजली और पानी पर फोकस
स्थानीय व राज्यस्तरीय मुद्दों पर चुनाव लड़ा जा रहा है। यहां यमुना नहर के मुद्दे की बात प्रमुखता से जरूर उठ रही है। भाजपा राज्य सरकार की योजना बता रही है, तो कांग्रेस सरकार की विफलताओं को गिना रही है। गांवों में बिजली और पानी पर ज्यादा फोकस है। यह भी पढ़ें