इधर, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उपचुनावों में जीत का दावा किया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सभी मिलकर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे।
‘गठबंधन का फैसला हाईकमान करेगा’
इसके साथ ही गठबंधन के सवाल पर अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में उपचुनाव को लेकर गठबंधन पर फैसला तो हाईकमान ही करेगा, यह फैसला स्टेट में नहीं होता है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा और मेरी भी 4-5 दिन पहले बात हुई थी, उनका यह कहना था कि हाईकमान स्तर पर ही तय होगा क्या करना है। इस आधार पर कयास लगाए जा रहे हैं कि उपचुनाव में कांग्रेस का गठबंधन हो सकता है। चुनाव आयोग पर लगाए गंभीर आरोप
इस दौरान अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव आयोग का व्यवहार ठीक नहीं लग रहा है। महाराष्ट्र में नतीजे 23 नवंबर को आएंगे और उसके बाद 26 नवंबर विधानसभा का आखिरी दिन होगा। चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए अशोक गेहलोत ने कहा कि, इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। पूर्व CM का मानना है कि उन्हें हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एक साथ कराने चाहिए थे।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनावों में नागौर सीट पर आरएलपी से कांग्रेस ने गठबंधन किया, सीकर सीट सीपीएम के अमराराम के लिए छोड़ी थी। वहीं बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट ऐन वक्त पर बीएपी के लिए छोड़ने का ऐलान किया, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार ने नाम वापस नहीं लिया। इनमें से कांग्रेस गठबंधन को तीनों सीटों पर जीत मिली थी।
इन सीटों पर होगा उपचुनाव
बतातें चलें कि राजस्थान विधानसभा में 7 रिक्त सीटों के लिए उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवम्बर को होगा। बता दें राज्य में झुंझुनूं, रामगढ़ (अलवर), दौसा, देवली-उनियारा (टोंक), खीन्वसर (नागौर), सलूम्बर (उदयपुर) और चौरासी (डूंगरपुर) विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होना है।