भाजपा शासन में चली थी गोलियां, जवाब देना पड़ेगा
पायलट ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में राजस्थान में गोलियां चली थीं। समाजों में टकराव कराया, लोगों को भिड़ाया था, वो जो माहौल पैदा हुआ था, उसके लिए भाजपा नेताओं को जवाब देना पड़ेगा कि वे जिम्मेदार है कि नहीं। मैच फिक्सिंग की चर्चाओं पर उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग अति आत्मविश्वास में जी रहे हैं, लेकिन जब मतगणना होगी तब पता लग जाएगा। उन्होंने कहा कि दौसा सीट पर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश की नजर टिकी हुई है। यह चुनाव किसी व्यक्ति और समाज का नहीं है, बल्कि विचारधारा और पार्टियों का है।
भाजपा पर तंज, मान-सम्मान नहीं दिया
कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के गत दिनों उनके भाई जगमोहन की सचिन पायलट से तुलना के सवाल पर पायलट ने कहा कि वे किसी के बारे में व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करते, लेकिन दौसा जिले के जनप्रतिनिधियों को जो मान सम्मान कांग्रेस की सरकार में मिलता है, वह बीजेपी कभी नहीं दे सकती। किरोड़ी का नाम लिए बिना पायलट ने कहा कि अभी जो दिया है, वह भी आधा दिया हुआ है। मान-सम्मान देने में किसी का क्या लगता है, कोई खर्चा नहीं करना पड़ता। इसके बावजूद यदि मान सम्मान के लिए भी संघर्ष करना पड़े तो वह सरकार लोगों की भावनाओं की कदर नहीं कर सकती।