दरअसल, कांग्रेस ने विधायक रफीक खान, डूंगर राम गेदर, धर्मेंद्र राठौड़, हाकम अली, अमित चाचान, रोहित बोहरा, विकास चौधरी, रूपिंदर सिंह कुन्नर, उम्मेदाराम बेनीवाल जैसे कई नेताओं को जिम्मेदारी दी है।
संगठन और चुनाव प्रभारियों की नियुक्ति
कांग्रेस ने विधानसभा उपचुनावों को लेकर 14 संगठन प्रभारी और 28 चुनाव प्रभारी तैनात किए हैं। ये नेता विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी रणनीतियों को लागू करने और समन्वय का काम करेंगे। इस चुनावी तैयारी में संगठन के उपाध्यक्ष, जिला प्रभारी महासचिव और अन्य वरिष्ठ नेताओं को अहम जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।
तीन प्रमुख कमेटियों का गठन
पार्टी ने इलेक्शन, मीडिया और वॉर रूम के लिए भी कमेटियों का गठन किया है। इन कमेटियों में कुल 16 नेताओं को शामिल किया गया है, जिनमें विधायक, पीसीसी पदाधिकारी और यूथ कांग्रेस के नेता भी शामिल हैं। यह सभी कमेटियां चुनाव प्रचार, मीडिया प्रबंधन और चुनावी रणनीतियों पर काम करेंगी।
6 नेताओं को दी वॉर रूम की जिम्मेदारी
कांग्रेस ने PCC वॉर रूम के लिए भी जिम्मेदारी तय कर दी है, जिससे चुनावों के दौरान रणनीतिक समन्वय और तेजी से निर्णय लिए जा सकें। वॉर रूम पार्टी के लिए एक अहम केंद्र होगा, जहां से पूरे चुनावी अभियान की निगरानी की जाएगी। पार्टी की रणनीति स्पष्ट है कि संगठनात्मक मजबूती और प्रभावी चुनाव प्रचार के जरिए हर सीट पर भाजपा को चुनौती देना।
गौरतलब है कि राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे और नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। बता दें प्रदेश में झुंझुनूं, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर चौरासी, सलूंबर, रामगढ़ सीटों पर वोटिंग होगी।