बीजेपी विधायक शत्रुध्न गौतम ने नेता प्रतिपक्ष
टीकाराम जूली और उनके रिश्तेदारों को कांगेस राज में जमीन आवंटित करने और सरिस्का क्षेत्र में जमीन पर अतिक्रमण करने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल में अलवर सरिस्का अभयारण्य के आस-पास नदी-नालों में जो काश्तकारों और अन्य को भूमि आवंटित की गई, उसमें कांग्रेस नेता और उनके रिश्तेदारों के भी नाम है। विधायक शत्रुघ्न गौतम ने यूआईटी का आदेश दिखाते हुए पूछा कि यूआईटी से जारी किया गया आदेश क्या गलत है?
कांग्रेस ने वेल में आकर की नारेबाजी
भाजपा विधायक शत्रुघ्न गौतम ने कहा कि टीकाराम जूली का नाम अलवर यूआईटी के अतिक्रमियों की लिस्ट में है। इसलिए या तो इस लिस्ट को अपडेट करके नाम हटाएं या कार्रवाई कीजिए। साथ ही उन्होंने जूली को अतिक्रमी तक कह डाला। इस पर कांग्रेसी विधायक भड़क गए और हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस विधायकों ने वेल में आकर जमकर नारेबाजी की। ऐसे में स्पीकर वासुदेव देवनानी ने नेता प्रतिपक्ष पर लगे आरोपों को कार्यवाही से निकालने के आदेश दिए। इसके बाद हंगामा खत्म हुआ।
सीईसी की सुप्रीम कोर्ट में सिफारिश-सरिस्का में न चलें होटल-रिसॉर्ट
इधर, सरिस्का को लेकर सेंट्रल एम्पावर्ड कमेटी (सीईसी) ने सुप्रीम कोर्ट में सिफारिशें पेश कर दी हैं। रिपोर्ट में सरिस्का के कोर, बफर, सेंचुरी एरिया में चल रहे होटल-रेस्टोरेंट व रिसॉर्ट आदि कॉमर्शियल गतिविधियों को तुरंत बंद करने के लिए कहा है। साथ ही उल्लंघन करने वालों पर 30 सितंबर तक कार्रवाई की सिफारिश की है। रिपोर्ट के अनुसार सरिस्का में होटल-रिसॉर्ट का संचालन हो रहा है।