स्वास्थ्य सेवाओंं का विस्तार हो सकेगा… ( Ashok Gehlot Govt ) डॉ. शर्मा ने स्वास्थ्य के सभी विभागों के लिए प्रस्तावित 14 हजार 533 करोड़ रुपये की राशि पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इस राशि से स्वास्थ्य सेवाओंं का विस्तार हो सकेगा। उन्होंने कहा कि 100 करोड़ रुपये की राशि से बनाए गए निरोगी राजस्थान कोष से निरोगी राजस्थान अभियान को गति मिलेगी और इस अभियान के तहत घर-घर जाकर डिजिटल सर्वे किया जायेगा एवं जिला स्तर पर अर्ली इन्टरवेन्शन सेन्टर की स्थापना की जायेगी। उन्होंने मिलावटखोरी रोकने के लिए अलग से प्राधिकरण एवं मिलावटखोरों के विरूद्ध त्वरित कानूनी कार्यवाही के लिए अलग से फास्ट ट्रैक कोर्ट्स स्थापित करने की घोषणा को भी सराहनीय बताया है।
1000 बैड बढ़ाने की व्यवस्था ( Budget Announcement Today ) चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश के 150 चिकित्सा संस्थानों में डेन्टल चेयर विद एक्स-रे तथा 1000 बैड बढ़ाने की व्यवस्था, पीपाड़ सिटी एवं फलौदी में जिला अस्पताल, ओसियां में मदर एवं चाइल्ड केयर सेन्टर, 6 स्थानों पर ट्रोमा सेन्टर, कैंसर रजिस्ट्री सिस्टम प्रारम्भ करना, लीवर ट्रांसप्लान्ट के लिए 4 सहायक आचार्य के पद, ऑन्कोलोजी में सहायक आचार्य के 3 पद, रेडियोग्राफी के 2 एवं डेन्टल सर्जरी का 1 पद सृजित करने, जिला चिकित्सालयों में सीटी स्कैन और एम.आर.आई. की सुविधा आदि से आमजन को सीधा लाभ होगा।
नए कॉटेज बनाने की घोषणा डॉ. शर्मा ने प्रदेश के 15 नये मेडिकल कॉलेजों के लिए लगभग 5000 करोड़ रुपये की राशि में से राज्य की 40 प्रतिशत राशि अर्थात् 2000 करोड़ रुपये का प्रावधान करने की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस राशि से आगामी 4 वर्षों में इन 15 नये मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि एसएमएस में न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग की स्थापना, कॉटेज के ऊपर आईपीडी टॉवर बनाने की घोषणा जी प्लस 8 के आधार पर नये कॉटेज बनाने की घोषणा एवं कैंसर संस्थान में लीनियर एक्सीलरेटर मशीन सहित अन्य सुविधाओं का विस्तार करने जैसे कार्य सराहनीय है। उदयपुर, कोटा, अजमेर एवं बीकानेर मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों को ऑर्गन रिट्रीवल सेन्टर के रूप में विकसित करने से अंग प्रत्यारोेपण को प्रोत्साहन मिलेगा।
‘भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को मिलेगा बढ़ावा’ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने अजमेर और जोधपुर में होम्योपैथी कॉलेज एवं सीकर में एकीकृत आयुष चिकित्सालय की घोषणा की सराहना करते हुए कहा कि इन प्रयासों से आयुष एवं भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा मिलेगा।