राजसमंद से पार्टी ने पूर्व राजपरिवार की सदस्य महिमा सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है। वे राजसमंद विधायक विश्वराज सिंह की पत्नी हैं। श्रीगंगानगर से सांसद निहाल चंद मेघवाल का टिकट काट कर प्रियंका बालान को टिकट दिया गया है। वे भाजपा में विभिन्न पदों पर रही है। अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी और टोंक-सवाईमाधोपुर सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया को फिर से मौका दिया गया है।
भागीरथ चौधरी विधानसभा चुनाव हार गए थे। झुंझुनूं से सांसद नरेन्द्र कुमार की टिकट काट पार्टी ने पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी को प्रत्याशी बनाया है। वे भी विधानसभा चुनाव हार गए थे। जयपुर ग्रामीण से पूर्व विधायक राव राजेन्द्र सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है। विस चुनाव में राव राजेन्द्र सिंह को टिकट नहीं दिया गया था। पार्टी ने अब तक 25 में से 22 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। 22 में से चार सीटों पर महिला प्रत्याशी उतारी गई हैं।
जयपुर में प्रताप सिंह और मंजू शर्मा के बीच होगा मुकाबला
जयपुर में कांग्रेस ने प्रत्याशी बदल कर पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, भाजपा ने मंजू शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। मंजू शर्मा हवामहल से विस से चुनाव लड़ चुकी हैं, लेकिन हार गई। मंजू शर्मा सांसद का चुनाव पहली बार लड़ेंगी। मंजू शर्मा भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्व भंवर लाल शर्मा की पुत्री हैं।
तीन सीटों पर प्रत्याशी रोके
भाजपा ने दौसा, करौली-धौलपुर और भीलवाड़ा में प्रत्याशी की घोषणा रोक दी है। दौसा में कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना के भाई जगमोहन मीना, पूर्व विधायक कन्हैया लाल मीना, वर्तमान सांसद जसकौर मीना की पुत्री अर्चना मीना दावेदारी कर रहे हैं। वहीं, करौली-धौलपुर में पार्टी ने पहले तो पूर्व विधायक राजकुमारी जाटव का टिकट फाइनल किया था, लेकिन ऐनवक्त पर घोषणा रोक दी गई। भीलवाड़ा में वर्तमान सांसद सुभाष बहेडि़या के अलावा रिजू झुंझुंनवाला की दावेदारी पर निर्णय नहीं हो सका। इस चक्कर में प्रत्याशी घोषणा रुक गई।