Rajasthan : बड़ा खुलासा, डमी अभ्यर्थी बैठाकर बना थानेदार, आरपीए ट्रेनिंग लेते हुआ गिरफ्तार
Rajasthan Big Reveal : उप निरीक्षक संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2021 में एक बड़ा खुलासा हुआ। डमी अभ्यर्थी बैठाकर बना थानेदार। आरपीए ट्रेनिंग लेते हुआ चयनित अभ्यर्थी गिरफ्तार हुआ। डमी अभ्यर्थी भी हिरासत में। जानें डमी अभ्यर्थी ने इस काम के लिए कितने रुपए लिए।
स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने शुक्रवार को राजस्थान पुलिस अकादमी में उप निरीक्षक का प्रशिक्षण ले रहे दौसा के महुवा निवासी डालूराम मीणा को गिरफ्तार किया है। एडीजी वीके सिंह ने बताया कि आरोपी डालूराम मीणा ने उप निरीक्षक संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2021 में खुद की जगह डमी अभ्यर्थी को परीक्षा देने भेजा था। आरोपी की परीक्षा में 1402वीं रैंक आने पर चयन हुआ था। आरोपी डालूराम वर्ष 2014 से 2023 तक राजस्व विभाग में पटवारी के पद पर था। एडीजी वीके सिंह ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर पर आरोपी डालूराम के खिलाफ सूचना मिली।
परीक्षा देने वाले की पहचान की गई तो एडमिट कार्ड पर मूल अभ्यथी की जगह डमी अभ्यर्थी की फोटो मिली। डमी अभ्यर्थी के संबंध में जानकारी जुटाई तो एयरपोर्ट थाने में गिरफ्तार होने की जानकारी भी सामने आई थी। अनुसंधान के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
आरोपी डालूराम की जगह परीक्षा सांचौर के जोधावास निवासी हरचंद उर्फ हरीश देवासी ने दी थी। तब आरोपी हरचंद को उप निरीक्षक संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2021 में डमी अभ्यर्थी के रूप में बैठने पर कमिश्नरेट के एयरपोर्ट थाना पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था। गिरफ्तारी से एक दिन पहले आरोपी डालूराम की जगह परीक्षा देकर आया था। एसओजी ने सांचौर से डमी अभ्यर्थी हरचंद को पकड़ा है और उसे शुक्रवार देर रात तक जयपुर लेकर पहुंचने की संभावना है। डालूराम ने हरचंद को खुद की जगह परीक्षा देने के लिए रुपए दिए गए, जिसके एसओजी को सबूत भी मिले हैं। कितने रुपए में सौदा तय किया और आरोपी हरचंद अन्य कौनसी परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा दे चुका, इस संबंध में जयपुर आने के बाद उससे पूछताछ की जाएगी।
उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 में चयनित अभ्यार्थियों का नवम्बर में फाउंडेशन कोर्स शुरू हुआ था, जो 14 सप्ताह में पूरा हुआ। जनवरी में बेसिक ट्रेनिंग शुरू हो गई है। आरोपी अभी बेसिक ट्रेनिंग कर रहा था। वहीं आरोपी के प्रशिक्षण के दौरान पकड़े जाने पर आरपीए में हंगामा हो गया हालांकि आरपीए प्रशासन ने इससे इनकार कर किया।