उन्होंने कहा कि आयोग ने जो निर्देश दिए हैं, उसमें लिखा है कि चुनाव में स्क्रीनिंग कमेटी बनी है, जो निष्पक्ष चुनाव के साथ शिकायतों की सिफारिश चुनाव आयोग को भेजती है। इस कमेटी की अध्यक्षता मुख्य सचिव कर रही हैं। उनकी सीधे तौर पर चुनाव आयोग से संलिप्तता है। ऐसे में उन्हें एक दिन भी पद पर रहने का अधिकार नहीं है। चुनाव की घोषणा के साथ ही उन्हें अपने पद को छोड़ देना चाहिए था। इस दौरान पूर्व राज्यसभा सांसद नारायण पंचारिया, श्रवण सिंह बगड़ी समेत अन्य नेता साथ मौजूद रहे।
Rajasthan Assembly Election 2023: प्रियंका गांधी के दौरे पर राज्यवर्धन के 12 सवाल, क्या जवाब देगी कांग्रेस
प्रियंका गांधी को घोषणाओं पर घेरा
झुंझुनूं आई प्रियंका गांधी की ओर से की गई घोषणा पर राठौड़ ने कहा कि सरकार का वैधानिक कार्यकाल अभी समाप्त हुआ है। पहले साल से अंतिम साल तक महिलाओं को आर्थिक सहायता की जरूरत है, ये सरकार को समझ नहीं आया है। जब सब कुछ लुट चुका है तब इनको समझ में आया। अब महिलाओं को दस हजार देने की बात कर रहे हैं। सब लुभावनी बातें हैं। जनता इसमें नहीं आने वाली है। कांग्रेस की विदाई तय है।