दरअसल, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने पिछले प्रदेश दौरे के दौरान कोर कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक में पदाधिकारियों को चुनाव नहीं लड़वाने को लेकर संकेत दिए थे। सामने आया था कि नड्डा ने संगठन के महत्वपूर्ण पदों पर तैनात पदाधिकारियों को चुनाव में दावेदारी नहीं करने, बल्कि चुनाव लड़ाने में सहयोग करने की मंशा ज़ाहिर की थी। उनके इस इशारे से पार्टी गलियारों में जैसे खलबली मच गई थी।
… तो कई नेताओं के सपने होंगे चूर-चूर!
राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा की मंशा से यदि प्रदेश भाजपा उम्मीदवार चयन प्रक्रिया में आगे बढ़ती है, तो इससे उन तमाम नेताओं के सपने चूर-चूर हो जाएंगे जो अपने-अपने क्षेत्र से पार्टी टिकट पर चुनाव लड़ने का मानस बनाए बैठे हैं।
ये भी पढ़ें : कांग्रेस-BJP घमासान के बीच इस पार्टी की एंट्री, क्या मचेगी खलबली या बिगड़ेगा सियासी गणित?
दो समितियां घोषित, कई ‘दावेदार’ शामिल
प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति में पार्टी ने पूर्व सांसद एवं भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पचारिया को संयोजक बनाया है, जो खुद जोधपुर ज़िले से टिकट मिलने की आस लगाए बैठे हैं। इनके अलावा सह-संयोजकों में वरिष्ठ नेता ओंकार सिंह लखावत, राष्ट्रीय प्रवक्ता सासंद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, प्रदेश महामंत्री भजन लाल शर्मा, दामोदर अग्रवाल, सीएम मीणा और कन्हैयालाल बेरवाल हैं। वहीं समिति में राजेंद्र सिंह शेखावत, प्रमोद वशिष्ठ, शंकर अग्रवाल, आनंद शर्मा, पंकज गुप्ता, निर्मल शर्मा, लक्ष्मीकांत भारद्वाज, सुनील कोठारी, हीरेन्द्र कौशिक, धनराज सोलंकी, निर्मल नाहटा, अभिषेक रावत, डॉ.अपूर्वा सिंह और स्नेहा कंबोज को सदस्य बनाया गया है।
इसी तरह से प्रदेश संकल्प पत्र समिति का संयोजक केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को बनाया गया है। जबकि सह-संयोजक पर राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, किरोड़ी लाल मीणा, अल्का सिंह गुर्जर, राव राजेंद्र सिंह, सुभाष महरिया, प्रभु लाल सैनी और राखी राठौर को नियुक्त किया गया है। जबकि सुशील कटारा, हिमांशु शर्मा, अशोक रामदास अग्रवाल, रतन लाल गाडरी, रामगोपाल सुथार, प्रभु धोबी, मोहन नाई जसवंत बिश्नोई, खेमराज देसाई, अशोक वर्मा, सीएम. मीणा, ममता शर्मा, प्रकाश माली, श्याम सिंह चौहान, डॉ. मनन चतुर्वेदी, सरदार जसबीर सिंह और डॉ एसएस अग्रवाल को सदस्य नियुक्त किया गया है।
दोनों ही हालिया घोषित समितियों में दर्जन भर से ज़्यादा नेता ऐसे हैं जो इस बार अपने क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाह रहे हैं। इसी उम्मीद से ऐसे नेता राज्य से लेकर दिल्ली तक लॉबिंग करने में लगे हुए हैं। अब उनकी पार्टी से टिकट पाकर चुनाव लड़ने की हसरत पूरी होगी या नहीं, देखना दिलचस्प रहेगा।
ये भी पढ़ें : वाजपेयी की पुण्यतिथि पर वसुंधरा राजे ने शेयर किया यादगार लम्हों का वीडियो, जानें क्या है ख़ास?
कई पदाधिकारी टिकट के दावेदार
भाजपा संगठन में महत्वपूर्ण पदों पर तैनात कई नेता इस विधानसभा चुनाव में टिकट दावेदारी जाता रहे हैं। अब इनकी किस्मत और प्रतिष्ठा, दोनों दांव पर हैं।
– नारायण पंचारिया, प्रदेश उपाध्यक्ष – जोधपुर जिला
– वासुदेव चावला, प्रदेश मंत्री – सुजानगढ़
– संतोष अहलावत, प्रदेश उपाध्यक्ष – सूरजगढ़
– प्रभुलाल सैनी, प्रदेश उपाध्यक्ष – देवली उनियारा
– श्याम अग्रवाल, सह कोषाध्यक्ष – मालवीय नगर, जयपुर
– जीतेन्द्र गोठवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष – खण्डार
– श्रवण सिंह बगड़ी, प्रदेश उपाध्यक्ष – झोटवाड़ा, जयपुर
– जगवीर सिंह छावा, प्रदेश महामंत्री – नागौर
– दामोदर अग्रवाल, प्रदेश महामंत्री – भीलवाड़ा
– मोतीलाल मीणा, प्रदेश महामंत्री – बाड़ी
– विजेंद्र पुनियां, प्रदेश मंत्री – सूरतगढ़
– पंकज गुप्ता, कोषाध्यक्ष – सरदार शहर, चूरू
– प्रियंका मेघवाल, प्रदेश मंत्री – अनूपगढ़
– नीलम गुर्जर, प्रदेश मंत्री – दौसा
– कृष्णा कटरा, प्रदेश मंत्री – बागीदौरा
– अनंतराम विश्नोई, प्रदेश मंत्री – गुड़ामालानी, बाड़मेर
– सांवलाराम देवासी, प्रदेश मंत्री – भीनमाल
– हीरालाल नागर, प्रदेश मंत्री – सांगौद
– महेंद्र कुमावत, प्रदेश मंत्री – जैतारण
– भजनलाल शर्मा, प्रदेश महामंत्री – नगर, भरतपुर
– अंकित गार्ड चेची, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष – विराटनगर और नसीराबाद, अजमेर
– चंपा दलाल प्रजापत गेदर, ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष – कोलायत
– रक्षा भंडारी, प्रदेशाध्यक्ष महिला मोर्चा – सिरोही
– भागीरथ चौधरी, प्रदेशाध्यक्ष किसान मोर्चा – किशनगढ़
– हमीद खां मेवाती, प्रदेशाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा – कामां, भरतपुर
– कैलाश मेघवाल, प्रदेशाध्यक्ष एससी मोर्चा – पीलीबंगा
– नारायण मीणा, प्रदेशाध्यक्ष एसटी मोर्चा – बस्सी या जमवारामगढ़