इसकी को देखकर गजेंद्र ने पढ़ाई छोड़कर सिलाई का काम शुरू किया। लेकिन कोरोना काल में यह काम भी बंद हो गया। जिसके कारण घर चलाना भी मुश्किल हो गया। लेकिन गजेन्द्र ने हार नहीं मानी और आपदा में अवसर तलाशा। गजेन्द्र के बड़े भाई ने सलाह दी कि वो सोशल मीडिया पर सिलाई सिखाना शुरू कर करें। 6 महीने की कड़ी मेहनत और लगन ने उन्हें सफलता के रास्ते पर ला खड़ा कर दिया।
पहले 150 रुपए महीने, अब कमाते लाखों रुपए
गजेंद्र सैनी ने बताया कि वो साल 2003 से सिलाई का काम कर रहे है। शुरुआत में उन्हे 150 रुपए महीने के मिलते थे और फिर 8 से 10 हजार रुपए सिलाई से कमा पाते थे लेकिन कोरोना में लॉकडाउन लगने के बाद काम बंद हो गया। फिर उन्होने यूट्यूब पर चैनल बनाकर वीडियो डालना शुरु किया और सिलाई सीखाने लगे। अब गजेन्द्र महीने के करीब एक लाख रुपए कमा लेते है।
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कंसिस्टेंसी है तो सफलता पक्की
गजेंद्र सैनी कहते है कि आज के दौर में कोई भी सोशल मीडिया पर करियर बना सकता है। बस कंसिस्टेंसी के साथ काम करने की जरुरत है. अगर कोई 8-10 महीने लगातार कंसिस्टेंसी के साथ सही तरीके से काम करे तो सफल हो सकता है। सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां पर सब कुछ फ्री है। फ्री में वीडियोज देखकर काम करने का तरीका सीखा जा सकता है और फ्री में ही वीडियो पोस्ट करके कमाया जा सकता है। जिस काम में आप माहीर हो उसी काम को करो। किसी का कॉपी पेस्ट मत करों।
सिखा रहे फ्री में सिलाई, लाखों में आते है व्यूज
सोशल मीडिया पर गजेंद्र सैनी सिलाई सिखाते है और नई-नई डिजाइन बनाने के तरीके फ्री में लोगों को बता रहे है. गजेंद्र के हर वीडियो पर लाखों में व्यूज आ रहे है. वीडियो में नए-नए डिजाइन के सूट बनाना, कटिंग करना, ड्रेस बनाना और सिलाई से संबंधित सभी प्रकार की चीजें होती है. गजेंद्र की वीडियो में खास ये है कि जिस सिलाई में 1 से 2 घंटे लगते है उसे ये आसान तरीका बताकर कम समय में बनाना बता देते है. गजेंद्र का कहना है कि उनके इस काम में उनकी बहन हेमलता और भाभी संध्या भी बहुत सपोर्ट करती है।