घरेलू और कृषि उपभोक्ताओं के फीडर को अलग-अलग करना होगा। इसके लिए निविदा जारी कर दी है। इसकी लागत 9261 करोड़ रुपए आंकी गई है। निजी कंपनी को यह काम दस वर्ष के लिए सौंपा जाएगा। उसे सब स्टेशन पर सोलर प्लांट भी लगाना होगा।
बारां, भिवाड़ी, जयपुर ग्रामीण उत्तर, भरतपुर, झालावाड़, धौलपुर, कोटा, जयपुर ग्रामीण दक्षिण, बूंदी, गंगापुर सिटी, डीग, करौली, कोटपूतली, दूदू जिले के सब स्टेशन शामिल है। कर्मचारी संगठन लगातार निजीकरण का विरोध कर रहे हैं। पिछले दिनों अजमेर व जोधपुर डिस्कॉम ने निविदा जारी की थी।
इसलिए फोकस
प्रोजेक्ट में हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल (हेम) के आधार पर काम किया जाएगा। इसमें मीटरिंग, बिलिंग और कलेक्शन भी शामिल है। ऑपरेशन और मेंटेनेंस के लिए एक निर्धारित अवधि तक सेवा ली जाएगी। एक बड़े अधिकारी एनएचएआई में इस मॉडल पर काम कर चुके हैं, इसलिए उनका इस पर ज्यादा फोकस है। यह भी पढ़ें