अब उप चुनावों के बाद और प्रदेश में अगले महीने होने वाले निकाय चुनावों ( Local Body Election ) से पहले होने वाली इस बैठक में पार्टी के विधायकों, सांसदों और अन्य पदाधिकारियों को बुलाया गया है। यदि पूर्व मुख्यमंत्री इस बैठक में पहुंचती है तो पूनियां के पदभार संभालने के बाद यह पहला मौका होगा, जब बड़ी बैठक में दोनों साथ होंगे।
बैठक को आगामी निकाय चुनावों के लिहाज से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हाल ही में कांग्रेस सरकार ( Congress Government ) की ओर से निकाय चुनावों की प्रणाली में बदलाव किए जाने से अब भाजपा को भी नए सिरे से चुनावों की रणनीति तैयार करनी होगी। पार्टी किए गए बदलावों पर अपना आगामी रूख भी इस बैठक में तय कर सकती है।
इसके लिए पंचायत चुनावों और पार्टी के जिलों में चल रहे संगठन चुनावों पर भी इस बैठक में चर्चा होने की संभावना है। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री वी.सतीश और प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना भी मौजूद रहेंगे।