इस मौके पर कर्मचारियों को संबोधित करते हुए मंडल अध्यक्ष सौरभ दीक्षित, उपाध्यक्ष प्रवीण चौहान, मोहन पूनिया और दीपक वर्मा ने बताया कि देश में विधानसभा, विधान परिषद, लोकसभा, राज्यसभा के सदस्य नेता खुद ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) का फायदा ले रहे है, लेकिन कर्मचारियों के लिए नई पेंशन स्कीम (एनपीएस) के फायदे बताकर हुए अखबारों में लेख लिखवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह भेदभाव की नीति अपना रही है। पहले भी कई प्रदर्शन करके सरकार को अपनी जायज मांग मनवाने के लिए झुकाया है। इसी का नतीजा था कि सरकार को एनपीएस में सुधार के लिए कमेटी गठित करनी पड़ी है। लेकिन अब हमें सुधार नहीं सिर्फ और सिर्फ पुरानी पेंशन योजना ही चाहिए। हमें ओपीएस के लिए मिलजुल संघर्ष करना ही पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि लोकतंत्र में सरकारें झुकती है, जिस तरह किसानों के सामने सरकार को झुकना पड़ा था अब उसी तरह रेलवे कर्मचारियों के सामने भी सरकार को झुकना पड़ेगा। इस मौके पर संघ प्रवक्ता अनिल चौधरी, प्रेम नारायण, उत्तम बाथरा, राकेश यादव, गोपाल मीणा, तरुण सैनी, के.के. सेठी, लियाकत अली, राजेश मीना सहित बड़ी संख्या में रेलवे के कर्मचारी और यूनियन से जुड़े पदाधिकारी मौजूद रहे।