विभाग के अतिरिक्त आयुक्त शक्ति सिंह राठौड़ ने बताया कि वाणिज्य कर आयुक्त प्रीतम बी यशवंत के निर्देश पर 10 अलग-अलग शहरों में 19 डीलर्स पर कार्रवाई की गई। लगभग सभी जगहों पर लेखा पुस्तकों और स्टाफ में कमियां मिली। टीम ने बगैर बिल के जारी हुए माल के आधार पर पेनल्टी लगाई। वहीं सर्वेक्षण के दौरान व्यवसायियों द्वारा सीकर में 36 लाख रू. एवं कोटा में 15 लाख रू. मौके पर ही जमा करवाये गये। शेष व्यवसायियों पर विभागीय अधिकारियों द्वारा जांच उपरान्त कम पाये गये स्टॉक पर देय कर तथा पेनल्टी वसूल की जायेगी। इससे राज्य सरकार को काफी राजस्व प्राप्त होने की संभावना है।
गौरतलब है कि लॉकडाउन में नियमानुसार पान मसाला, गुटखा, सिगरेट आदि पर रोक थी। इसके बावजूद अधिकांश डीलर्स ने एमआरपी से अधिक कीमतों पर दुकानदारों को माल बेचा और दुकानदारों ने ग्राहकों से भी अधिक कीमत वसूली।