नदी के दोनों किनारों पर 12,000 पेड़ लगाए गए हैं और बॉटनिकल गार्डन में 45,000 पौधे लगाए गए हैं। शिप्रा रोड, मानसरोवर पर परियोजना अनुभव केंद्र (पीईसी) बनाया गया है, जिसमें मॉडल, फोटोग्राफ और वीडियो के माध्यम से परियोजना के सभी संबंधित विवरण प्रदान किए जाते हैं। नहर के किनारे पीने के पानी की सुविधा है और 45 शौचालय ब्लॉक बनाए गए हैं। 89 स्थानों पर बैठने की व्यवस्था की गई है, ताकि लोग वहां आराम से बैठ सकें और नदी के किनारे का आनंद ले सकें। परियोजना में पानी के भंडारण के लिए 102 चेक डैम बनाए गए हैं ताकि रिवर फ्रंट बनाया जा सके और भूजल रिचार्ज हो सके। इसके अलावा 65 गहरे कुएं भी बनाए गए हैं। नालियों से आने वाले गंदे पानी पर प्रक्रिया के लिए परियोजना में कुल 170 एमएलडी की क्षमता वाले पांच एसटीपी बनाए गए हैं, ताकि इस उपचारित पानी को वापस नदी में प्रवाहित किया जा सकें। नदी के दोनों किनारों पर 82 किमी लंबी ट्रंक सीवर लाइनें बिछाई गई हैं, ताकि आसपास की कॉलोनियों की नालियों से आने वाले गंदे पानी को रोककर एसटीपी में प्रक्रिया के लिए ले जाया जा सकें।