नगर संकीर्तन शाम 7 बजे युगल कुटीर से रवाना होगा, जो परकोटे के बाजारों और गलियों से निकलेगा। जयलाल मुंशी का रास्ता, गोपीनाथजी का मंदिर, बाहर भाइयों का चौराहा, नाहरगढ़ रोड, चांदपोल बाजार, छोटी चौपड़, त्रिपोलिया बाजार, बड़ी चौपड़, जौहरी बाजार, गोपालजी का रास्ता, बोरडी का रास्ता, अजायबघर का रास्ता, खूंटेटों का रास्ता होते हुए नगर कीर्तन 19 मार्च को सुबह वापस युगल कुटीर पहुंचेगा। नगर कीर्तन में भक्त पैदल संकीर्तन करते हुए निकलेंगे।
यह भी पढ़े : आईएएस नवीन महाजन बोले, लोग इको फ्रेंडली सिटीजन के रूप में निभाएं जिम्मेदारी
प्रेमभाया सरकार की भक्ति की अलख 83 साल बाद भी जीवंत
श्रीकृष्ण के बालस्वरूप को ढूंढाड़ी भाषा में श्री प्रेमभाया सरकार नाम देकर भक्ति की जो अलख जगाई, वह आज भी 83 साल बाद जीवंत है। यह अलख आज नगर कीर्तन के रूप में साकार हो रही है।