खाचरियावास ने कहा कि केंद्र सरकार को पेट्रोल और डीजल से लगभग 5 लाख करोड़ की कमाई हो गई लेकिन देश की जनता इस कोरोना महामारी के दौरान पेट्रोल डीजल की महंगाई और रसोई गैस की मूल्य वृद्धि से पूरी तरह से टूट गई है, देश की जनता के सपने चकनाचूर हो गए।
महंगाई के मुद्दे पर चुनाव जीतने वाली भाजपा ने जनता की पीठ में लगातार खंजर घोपने का काम किया है। परिवहन मंत्री ने कहा कि देश इस समय महंगाई रोजी रोटी से संघर्ष कर रहा है, कोरोना संकट में जनता के हाल बेहाल है लेकिन केंद्र की मोदी सरकार महलों में बैठकर आंख पर पट्टी बांधकर भूख के दर्द से परेशान जनता के दर्द पर महंगाई का बोझ डाले जा रही है।
खाचरियावास ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी के समय पेट्रोल-डीजल और गैस के दाम एकदम न्यूनतम स्तर पर थे उसके बाद केंद्र में आई मोदी सरकार ने गैस सिलेंडर पर 300 बढ़ा दिए और पेट्रोल-डीजल पर 32 से 35 तक बढ़ा दिए गए हैं।