इस चेतावनी के सम्बन्ध में बाकायदा मुख्यमंत्री के नाम पत्र भी भेजा गया है। सीएम को भेजे इस पत्र में सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते 8 जून तक संपूर्ण शराब बंदी की मांग की गई है। साथ ही इस दिन तक मांग नहीं माने जाने पर 9 जून से बेमियादी अनशन पर जाने को लेकर चेताया भी गया है।
पूनम अंकुर छाबड़ा ने चेताया है कि प्रदेश में सम्पूर्ण शराबबंदी की मांग को लागू नहीं किया गया तो वे 7 माह की गर्भावस्था स्थति में होने के बाद अनशन पर बैठ जाएंगी। बताया गया है कि पूरे प्रदेश के सुखमय भविष्य के लिए वे 9 जून को पूर्व विधायक गुरुशरण छाबडा की जयंती से शहीद स्मारक पर अनशन पर बैठ जाएंगी। इसकी ज़िम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।
पूनम अंकुर छाबड़ा का कहना है कि सरकार हठधर्मिता के साथ ही वादा खिलाफी कर रही है। आम जन की भावनाओं से खिलवाड हो रहा है। ऐसे में सरकार को इस मांग को पूरी करने के लिए 8 जून तक का अल्टीमेटम दिया गया है। सभी मांगो को नहीं माना गया और छाबडा समझौता लागू नहीं किया गया तो 7 माह की गर्भावस्था स्थति में होने के बावजूद अनशन पर बैठेंगी।
छाबड़ा ने कहा कि प्रदेश के सुखमय भविष्य के लिए वे 9 जून को दिवंगत पूर्व विधायक गुरुशरण छाबड़ा की जयंती से शहीद स्मारक पर अनशन पर बैठेंगी। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक गुरुशरण छाबडा के साथ हुए समझौतों को सरकार द्वारा बार-बार दरकिनार किया जा रहा है।