पचपदरा रिफाइनरी के प्रशासनिक सभागार में आयोजित बैठक में सीएम भजनलाल शर्मा और उद्योग वाणिज्य राज्यमंत्री केके विश्नोई ने परियोजना की मौजूदा स्थिति और भविष्य की योजनाओं पर गहन चर्चा की। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि रिफाइनरी का कार्य अंतिम चरण में है, इसे तय समय सीमा में पूरा करना हमारी प्राथमिकता है।
अशोक गहलोत ने उठाए सवाल
इससे पहले, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रिफाइनरी की देरी और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स की तैयारियों को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि रिफाइनरी तो लग रही है, लेकिन इसके साथ बन रहे पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स की तैयारी अधूरी है। इससे राजस्थान की युवा पीढ़ी और छोटे उद्योगों को बड़ा लाभ मिल सकता है, लेकिन इसके लिए सरकार को विशेष योजनाएं बनानी चाहिए। गहलोत ने सुझाव दिया कि अधिकारियों और निवेशकों की टीम को देश के अन्य पेट्रोकेमिकल हब का दौरा कर यहां के उद्योगों के लिए रणनीति बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पेट्रोकेमिकल उत्पादों से सैकड़ों प्रकार की इंडस्ट्रीज लग सकती हैं, जिनसे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
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CM भजनलाल ने दिया ये जवाब
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने देर रात जवाब देते हुए कहा कि रिफाइनरी का काम अक्टूबर 2022 में पूरा होना था लेकिन कांग्रेस सरकार के ढुलमुल तरीकों के कारण 2023 के अंत तक तीन-चौथाई काम भी पूरा नहीं हो सका। हमने पिछले एक साल में 13500 करोड़ रुपए व्यय कर रिफाइनरी का 90 प्रतिशत से अधिक काम पूरा कर लिया है। मैंने आज ही 3 से 4 महीने में रिफाइनरी में कच्चे तेल की रिफाइनिंग का काम शुरू करने के निर्देश दिए हैं। कांग्रेस सरकार ने रिफाइनरी के साथ इसके आस-पास औद्योगिक गतिविधियां बढ़ाने के लिए भी कोई पहल नहीं की। हमारी सरकार रिफाइनरी के पास रीको के तरफ़ से प्लग एंड प्ले आधारित व्यवस्था स्थापित कर रही है, ताकि उद्यमियों द्वारा शुरुआती दौर में बिना अधिक पूंजी लगाए उद्योग शुरू किए जा सकें।
इस अनूठे प्रयास से रिफाइनरी के पास बड़ी संख्या में लोगो को रोजगार मिलेगा तथा पेट्रो जोन में तत्काल औद्योगिक गतिविधियां प्रारंभ हो सकेंगी। हमारी सरकार जुमलेबाजी में समय खराब करने की जगह सीधे एक्शन पर ध्यान देती है और इसी कारण लंबे समय से प्रतीक्षित रिफाइनरी शीघ्र शुरू होने जा रही है।