रेकॉर्ड मतदान को लेकर भाजपा-कांग्रेस वोटों के सियासी गुणा-भाग में जुटे हैं। अकेले जयपुर जिले में इस बार रेकॉर्ड 75.91 फीसदी मतदान हुआ है। राजनीतिक प्रेक्षक भी उलझन में हैं कि इस बार शहर और देहात की कई सीटें ऐसी हैं जहां रेकॉर्ड वोटिंग हुई है। ऐसे में बढ़ा हुआ मतदान किसके पक्ष में गया है।
कांग्रेस के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी को मान रही भाजपा
इधर भाजपा थिंक टैंक जयपुर जिले में रेकॉर्ड मतदान को कांग्रेस सरकार के खिलाफ एंटी-इनकंबेंसी को मान रहा है। भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि मतदाताओं ने पेपर लीक मामले, बिगड़ती कानून व्यवस्था, तुष्टीकरण जैसे मुद्दों को लेकर कांग्रेस के खिलाफ खुलकर भाजपा के पक्ष में मतदान किया है। भाजपा नेताओं का दावा है कि जयपुर की 19 सीटों में से अधिकांश सीटों पर भाजपा को जीत मिलेगी।
कांग्रेस का मानना, योजना पर पड़े वोट
वहीं कांग्रेस थिंक टैंक का मानना है कि सरकार की योजनाओं, गारंटी और कामकाज के आधार पर लोगों ने कांग्रेस के पक्ष में रेकॉर्ड वोटिंग की है। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना था कि राजस्थान में इस बार कहीं भी एंटी-इनकमबेंसी की लहर नहीं थी।
दिनभर चला फीडबैक का दौर
जयपुर जिले की सीटों पर किस बूथ पर कितने वोट पड़े इसे लेकर भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशियों ने अपने एजेंट्स और पोलिंग बूथों पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें करके फीडबैक लिया। फीडबैक के आधार पर ही प्रत्याशी अपनी जीत के समीकरण जोड़ते नजर आए।
वीडियो देखेंः– Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान में मतदान को लेकर लोगों में उत्साह