इस तरह करेगा काम
जयपुर आयुक्तालय में रहने वाले आमजन, व्यापारियों को और अधिक सुरक्षित वातावरण देने के लिए जयपुर पुलिस की हर घर पर पहुंच
सुनिश्चित करना।
– जयपुर में आए प्रवासियों के रिकॉर्ड का संग्रहण करना
– जयपुर में छिपकर रहने वाले बाहरी उपद्रवियों की पहचान करना
– सभी का डिजिटल रिकॉर्ड इकट्ठा करना
– अवैध एवं संदिग्ध वाहनों की पहचान करना
जयपुर आयुक्तालय में रहने वाले आमजन, व्यापारियों को और अधिक सुरक्षित वातावरण देने के लिए जयपुर पुलिस की हर घर पर पहुंच
सुनिश्चित करना।
– जयपुर में आए प्रवासियों के रिकॉर्ड का संग्रहण करना
– जयपुर में छिपकर रहने वाले बाहरी उपद्रवियों की पहचान करना
– सभी का डिजिटल रिकॉर्ड इकट्ठा करना
– अवैध एवं संदिग्ध वाहनों की पहचान करना
बीट कांस्टेबल को दिए जाएंगे यूजर आईडी पासवर्ड
इस एप्लीकेशन को व्यक्तिगत या व्हाट्सएप के जरिए एपीके फाइल भेजकर यूजर्स को उपलब्ध करवाई जाएगी। इस एप्लीकेशन का उपयोग वही यूजर कर पाएगा। जिसको पुलिस कमिश्नरेट द्वारा यूजर आईडी व पासवर्ड बनाए जा चुके हैं। अभी 700 से 800 यूजर आईडी पासवर्ड और बनाकर हर बीट कांस्टेबल को दिए जाएंगे।
इस एप्लीकेशन को व्यक्तिगत या व्हाट्सएप के जरिए एपीके फाइल भेजकर यूजर्स को उपलब्ध करवाई जाएगी। इस एप्लीकेशन का उपयोग वही यूजर कर पाएगा। जिसको पुलिस कमिश्नरेट द्वारा यूजर आईडी व पासवर्ड बनाए जा चुके हैं। अभी 700 से 800 यूजर आईडी पासवर्ड और बनाकर हर बीट कांस्टेबल को दिए जाएंगे।
इस तरह करेगा काम
जयपुर में मकान, दुकान, होटल, ऑफिस, हॉस्टल पर संबंधित पुलिस बीट कांस्टेबल द्वारा सम्पत्ति स्वामी की सामान्य जानकारी एप्लीकेशन में फीड की जाएगी। – मकान, दुकान, होटल, ऑफिस, हॉस्टल में रह रहे नौकर व किराएदारों की जानकारी फोटो, आधार कार्ड नंबर (प्राथमिकता) या अन्य आईडी प्रूफ, मोबाइल नंबर, वाहन संख्या आदि का रिकॉर्ड रखा जाएगा।
– मकान, दुकान, होटल, ऑफिस, हॉस्टल में लगे हुए विद्युत कनेक्शन के बिल का नंबर लिखा जाएगा।
– बीट कांस्टेबल इन्द्राज की जाने वाली जानकारी को डिजिटली वैरीफाई (ओटीपी) करेंगे। – बीट कांस्टेबल के पूरी जानकारी अपलोड करने के बाद सर्वे रेफरेंस नंबर (पीडीएफ लिंक के साथ) सम्पत्ति स्वामी के मोबाइल नम्बर पर
– बीट कांस्टेबल इन्द्राज की जाने वाली जानकारी को डिजिटली वैरीफाई (ओटीपी) करेंगे। – बीट कांस्टेबल के पूरी जानकारी अपलोड करने के बाद सर्वे रेफरेंस नंबर (पीडीएफ लिंक के साथ) सम्पत्ति स्वामी के मोबाइल नम्बर पर
एसएमएस से पहुंच जाएगा।