प्रदेश के चार शहरों में काम कर रही स्मार्ट सिटी कंपनियों में स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति को घमासान हो गया है। इन चारों कंपनियों में निदेशक पदों की नियुक्तियों पर केंद्र सरकार ने रोक लगा दी है।
केन्द्रीय आवासन व शहरी कार्य मंत्रालय ने स्वायत्त शासन सचिव को भेजे पत्र में कहा है कि इन नियुक्तियों के मामले को लेकर मंत्रालय की ओर से जांच की जा रही है। जब तक मामले में मंत्रालय स्तर पर फैसला नहीं किया जाए, तब तक ये नियुक्तियां स्थगित रखी जाएं। स्वायत्त शासन सचिव ने नियुक्तियों की मंजूरी के लिए आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय को पत्र भेजा था। जिस पर केंद्र ने यह रोक लगाई है।
पिछले महीने ही हुई थी नियुक्ति राज्य सरकार ने जुलाई में ही एक आदेश जारी कर चारों स्मार्ट सिटी कंपनियों में स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति की थी। जयपुर स्मार्ट सिटी कंपनी में जय आकड़ और डॉ. पूनम शर्मा को स्वतंत्र निदेशक बनाया गया है, जबकि कोटा स्मार्ट सिटी में रविन्द्र त्यागी और रजनी गुप्ता, उदयपुर स्मार्ट सिटी में सज्जन कटारा और अजमेर स्मार्ट सिटी कंपनी में डॉ. गोपाल बाहेती व राजकुमार जयपाल को स्वतंत्र निदेशक बनाया गया था। इन सभी की नियुक्तियों को स्थगित रखने के लिए केंद्र ने एलएसजी को निर्देश दिए हैं।
ये भी हुई थी नियुक्तियां इसके अलावा भी इन कंपनियों में कुछ और नियुक्तियां की गई थी। जयपुर हैरिटेज नगर निगम महापौर मुनेश गुर्जर को जयपुर स्मार्ट सिटी कंपनी, कोटा उत्तर नगर निगम महापौर मंजू मेहरा को कोटा स्मार्ट सिटी कंपनी का वाइस चैयरमेन बनाया गया था।