सीएम गहलोत ने समारोह के बाद एक आधिकारिक बयान जारी किया। गहलोत ने प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए कहा, ‘मुझे दुख है कि आज आपने मेरी मौजूदगी में वर्ष 2014 से पूर्व के रेल मंत्रियों लाल बहादुर शास्त्री, जगजीवन राम, सरदार स्वर्ण सिंह, गुलजारी लाल नंदा, के हनुमान थईया, ललित नारायण मिश्र, कमलापति त्रिपाठी, मधु दंडवते, पीसी सेठी, एमबीए गनी खान चौधरी, मोहसिना किदवई, माधवराव सिंधिया, जॉर्ज फर्नांडिस, जनेश्वर मिश्र, सीके जाफर शरीफ, रामविलास पासवान, नीतीश कुमार, राम नायक, ममता बनर्जी, मल्लिकार्जुन खड़गे सहित सभी के कार्यकाल के फैसलों को भ्रष्टाचार एवं राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित बताया, ये बेहद दुर्भाग्यूर्ण है।
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आपने तो रेल बजट ही खत्म कर डाला:
सीएम गहलोत ने कहा कि ‘रेलवे का महत्व कम करने का प्रयास तो आपने अपने कार्यकाल में अलग रेलवे बजट को समाप्त कर किया है। आज अगर आधुनिक ट्रेन चल पा रही है क्योंकि डॉक्टर मनमोहन सिंह ने वित्त मंत्री के रूप में 1991 में आर्थिक उदारीकरण किया और नई तकनीक को भारत में विकसित होने का अवसर दिया। पूरी दुनिया में समय के साथ टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट हुए हैं जिनसे भारत में भी नई तकनीक आई है और रेलवे में सुधार हुए हैं। यह कहना उचित नहीं है कि रेलवे में विकास कार्य 2014 के बाद ही हुए हैं।’
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भाषण भाजपा का चुनावी एजेंडा
मुख्यमंत्री गहलोत ने माेदी से कहा, ‘आज आपका भाषण पूरी तरह 2023-24 के विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों को देखते हुए दिया है एवं यह भारतीय जनता पार्टी के चुनावी एजेंडे के रूप में था। ऐसी टिप्पणियां प्रदेशवासियों एवं देशवासियों के गले नहीं उतरेंगी।’