6 महीने के बाद जारी हुआ परिणाम
युवा कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए इस साल फ़रवरी माह में मतदान हुआ था। ऑनलाइन वोटिंग के जरिए अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अभिमन्यु पूनिया को 2 लाख 30 हजार वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर सुधींद्र मूंड को एक लाख 98 हजार वोट मिले थे, तीसरे नंबर पर रहे यशवीर सूरा को 1 लाख 57 हजार वोट मिले थे। अध्यक्ष पद के चुनाव में 19 लाख 11 हजार वोट पड़े थे लेकिन जांच-पड़ताल के बाद 10 लाख से ज्यादा वोट खारिज कर दिए गए थे, जिस पर प्रत्याशियों ने आपत्ति दर्ज कराई थी और उसके बाद ही चुनाव परिणाम को रोका गया था।
युवा कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए इस साल फ़रवरी माह में मतदान हुआ था। ऑनलाइन वोटिंग के जरिए अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अभिमन्यु पूनिया को 2 लाख 30 हजार वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर सुधींद्र मूंड को एक लाख 98 हजार वोट मिले थे, तीसरे नंबर पर रहे यशवीर सूरा को 1 लाख 57 हजार वोट मिले थे। अध्यक्ष पद के चुनाव में 19 लाख 11 हजार वोट पड़े थे लेकिन जांच-पड़ताल के बाद 10 लाख से ज्यादा वोट खारिज कर दिए गए थे, जिस पर प्रत्याशियों ने आपत्ति दर्ज कराई थी और उसके बाद ही चुनाव परिणाम को रोका गया था।
3 साल बाद पायलट समर्थक बनें अध्यक्ष
3 साल के लंबे अंतराल के बाद सचिन पायलट समर्थक किसी नेता को कांग्रेस के अग्रिम संगठन में नियुक्ति दी गई है। दरअसल जुलाई 2020 में सचिन पायलट कैंप की बगावत के बाद मुकेश भाकर को युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पद से और अभिमन्यु पूनिया को एनएसयूआई के अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया गया था। मुकेश भाकर की जगह गहलोत समर्थक गणेश घोगरा और एनएसयूआई में अभिषेक चौधरी को अध्यक्ष नियुक्ति किया गया था।
3 साल के लंबे अंतराल के बाद सचिन पायलट समर्थक किसी नेता को कांग्रेस के अग्रिम संगठन में नियुक्ति दी गई है। दरअसल जुलाई 2020 में सचिन पायलट कैंप की बगावत के बाद मुकेश भाकर को युवा कांग्रेस के अध्यक्ष पद से और अभिमन्यु पूनिया को एनएसयूआई के अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया गया था। मुकेश भाकर की जगह गहलोत समर्थक गणेश घोगरा और एनएसयूआई में अभिषेक चौधरी को अध्यक्ष नियुक्ति किया गया था।
वीडियो देखेंः– Rajasthan CM Bhajan Lal Sharma एक्शन में… पहले ही दिन कर दिया ये बड़ा काम | Rajasthan News