राजस्थान में भाजपा की सीटें बढ़ीं
इससे पहले सट्टा बाजार ने भविष्यवाणी की थी कि राजस्थान में भाजपा को 17 सीटें मिल सकती हैं, लेकिन अब दो सीटें बढ़ा दी गई हैं। इससे पहले साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में सभी 25 सीटों पर भाजपा उम्मीदवार जीते थे। हालांकि सट्टा बाजार के आंकड़ों से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रदेश में 10 साल से चला आ रहा कांग्रेस का सूखा इस बार खत्म होगा और उसके खाते में भी सीटें आएंगी।
ऊपर-नीचे हो रहा बीजेपी का ग्राफ
फलोदी सट्टा बाजार में भाजपा का ग्राफ लगातार ऊपर नीचे हो रहा है। जब प्रदेश में आचार संहिता लगी तो फलोदी सट्टा बाजार का अनुमान था कि भाजपा 25 में से 22 से 23 सीटें जीत रही है। वहीं कांग्रेस के खाते में महज 2 से तीन सीटें आ रही हैं। हालांकि जब प्रदेश में दूसरे चरण में मतदान का प्रतिशत पहले चरण की तुलना में गिरा तो सट्टा बाजार ने इसे भाजपा के खिलाफ माना और बीजेपी का ग्राफ भी नीचे गिर गया। उस वक्त बाजार में अनुमान लगाया गया कि बीजेपी प्रदेश में महज 17 सीटें ही जीत सकती है। वहीं कांग्रेस के खाते में 6 से 8 सीटें दी जाने लगीं। हालांकि अचानक ही बाजार में भाजपा का माहौल बना और उसके खाते में 2 और सीटों को जोड़ दिया गया। इस वक्त फलोदी सट्टा बाजार का अनुमान है कि राजस्थान में भाजपा 19 से 20 सीटें जीत सकती है। राजस्थान में भाजपा की 19 सीटों के भाव 90-110 पैसे दिए जा रहे हैं।
देश में बीजेपी का पलड़ा भारी
लोकसभा चुनाव मतदान के 5 चरण पूरे हो चुके हैं। आज यानी 25 मई को छठे चरण के लिए मतदान चल रहा है। वहीं अंतिम सातवें चरण का मतदान 1 जून को होगा। इस वक्त फलोदी सट्टा बाजार ने भाजपा के खाते में 301 से 304 सीटें जाने का अनुमान लगाया है। वहीं कांग्रेस के 61 से 63 सीटों पर जीतने पर दांव लगाया जा रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने दावा किया था कि वे लोकसभा चुनाव में 400 का आंकड़ा पार करेगी। इसकी वजह राम मंदिर निर्माण भी बताया जा रहा था। उस वक्त फलोदी सट्टा बाजार ने भाजपा के करीब 320 सीटों पर जीतने का अनुमान लगाया था।