पेट्रोल-डीजल पर वैट नहीं घटाने से नाराज भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने बुधवार को सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। भाजपा मुख्यालय से नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ताओं ने सिविल लाइंस फाटक की तरफ कूच किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ धक्का—मुक्की भी हुई। अब गुरुवार को भी कई जिलों में युवा मोर्चा कार्यकर्ता विरोध-प्रदर्शन करेंगे।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि बीते 3 साल के गहलोत सरकार के कार्यकाल के दौरान राजस्थान में अपराधों में में हताशा बढ़ोतरी हुई। लेकिन गृह विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत केवल अपनी कुर्सी बचाने में ही व्यस्त रहे. मोर्चा पदाधिकारियों का कहना था कि जब केंद्र ने आम जनता को महंगाई से राहत देने के लिए पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कमी कर दी तो फिर राजस्थान सरकार वैट की दरों में कमी करनी चाहिए। गुरुवार को भी प्रदेश के कई जिलों में इसी प्रकार का विरोध प्रदर्शन युवा मोर्चा कार्यकर्ता करेंगे।
मुख्यमंत्री वित्तमंत्री, मगर अर्थशास्त्री नहीं-रामलाल वैट कटौती नहीं करने पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जुबानी हमला बोला है। शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वित्त मंत्री हैं, लेकिन अर्थशास्त्री नहीं है। यही कारण है कि उन्होंने बिना जानकारी और आकलन के प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। देश में पेट्रोल और डीजल पर सर्वाधिक वैट राजस्थान में ही लग रहा है, जिसके कारण राजस्थान में महंगे दामों पर लोग पेट्रोल और डीजल ले रहे हैं।