डॉ. जसूजा ने कहा कि देश में कैंसर से जो मौतें हो रही हैं। उसका कारण समय पर इलाज न मिलना है। उन्होंने बताया कि सबसे अधिक कैंसर धूम्रपान और तम्बाकू के कारण होते हैं। कैंसर सर्जन नैना अग्रवाल ने सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने कहा कि ब्रेस्ट में गांठ होते ही महिलाओं में बहुत बैचेनी हो जाती है। जबकि काफी कम मामलों में यह गांठें कैंसर से संबंधित नहीं होती हैं। कैंसर छूत की बीमारी नहीं है। ऐसे रोगी से दूरी बनाने की बजाए भावनात्मक सहयोग दें। फार्माकोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. लोकेन्द्र शर्मा ने कहा कि कैंसर की दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं। फिर भी साइड इफेक्ट हों तो चिकित्सकों को बताएं, ताकि रिसर्च हो सके। टॉक शो का संचालन शैलेन्द्र शर्मा ने किया।