मेवात क्षेत्र निवासी साजिद दूसरी गैंग चलाकर फर्जी सिम सप्लाई कर रहा है। बिलाल और साजिद चेन सिस्टम बनाकर गुर्गों के जरिए फर्जी सिम राजस्थान, हरियाणा व उत्तर प्रदेश के मेवात क्षेत्र के कई गांवों में साइबर ठगी के लिए मोटी रकम में बेच रहे हैं। पत्रिका टीम ने इस सूचना को भरतपुर रेंज आइजी राहुल प्रकाश के जरिए डीग पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा तक साझा की। इसके बाद बड़े स्तर पर साइबर के लिए फर्जी सिम उपलब्ध करवाने वालों की धरपकड़ के लिए डिकॉय ऑपरेशन चलाया। साइबर एक्सपर्ट को 20 हजार रुपए अग्रिम दिए गए, ताकि फर्जी सिम सप्लाई करने वालों तक पहुंचा जा सके। डिकॉय के बाद पुलिस ने ठगों को फर्जी सिम सप्लाई करने के मामले में चार जालसाजों को गिरफ्तार किया, जबकि 8 को नामजद किया है।
वाट्सऐप कॉल पर बिलाल उर्फ बिल्ला का हुआ पर्दाफाश
एक्सपर्ट : मैं…वह बोल रहा हूं ?सरगना बिलाल का भाई मुश्ताक : हैलो…हां बोल
एक्सपर्ट : भाई मुझे …कंपनी की 10 सिम चाहिए
मुश्ताक : चल मैं तुझे कॉल करता हूं बात करके
एक्सपर्ट : कुछ शर्म तो कर ले भाई…मैंने जानकारी की…उसने कहा कि तू कहां कट (एक सिम की मोटी रकम देना) रहा है
मुश्ताक : मेरी बात सुन…ऐसी बात है तो तू बात कर ले…कोई दिक्कत नहीं है…यह सोच तुझे फायदा होना चाहिए
एक्सपर्ट : मुझे बिलाल का नंबर दे…मैं उससे सीधे बात कर लेता हूं
मुश्ताक : बिलाल मोबाइल नहीं रखता
एक्सपर्ट : चल कोई बात नहीं है…मैं आ रहा हूं…कैसे भी करके 10 सिम दिलवा दे और पैसे कम कर दे
मुश्ताक : चल मैं तुझे फोन करता हूं आधा घंटे या ज्यादा से ज्यादा 20 मिनट
एक्सपर्ट : तब तक तो हम निकल जाएंगे…फिर क्या फायदा, हम जंगल में ही खड़े हैं
मुश्ताक : चल जल्दी ही बता रहा हूं…कुछ देर बाद वाट्सऐप कॉल पर कहा कि तू कहां है
एक्सपर्ट : मैं …यहां हूं…तू बता कहां आना है और एक दाम बता कितने देने है
मुश्ताक : ऐसा करना तू 13000 दे देना
एक्सपर्ट : फिर हमारी क्या शर्म रही…तूने क्या किया
मुश्ताक : 15000 की बात थी, फिर तुझे कहा कि 14500 दे देना, लेकिन अब मैं खुद ही 13000 रुपए बता रहा हूं, इतने दे देना और पांच मिनट में बता रहा हूं
तडक़े चार बजे बिलाल को पकड़ा, तब मौसम, रूजदार, इरफान, पारो, रिहान व साबिर के नाम सामने आए
डीग के गांवड़ी में पकड़ा बिलाल
डीग पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा की टीम ने जुरहरा थाना क्षेत्र में गांवडी निवासी बिलाल मेव के घर पर 12 नवम्बर की तडक़े दबिश दी। फर्जी सिम सप्लाई करने वाला सरगना बिलाल घर पर ही पकड़ा गया। सर्च में उसके पास 60 फर्जी सिम मिली। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि राजस्थान के अलावा हरियाणा व उत्तर प्रदेश में साइबर ठगों के हाथों में फर्जी सिम पहुंचाने के लिए उसके नीचे एक महिला सहित पांच लोग काम करते हैं। वह इन लोगों को फर्जी सिम देता है और ये लोग आगे मोटी रकम में सिम को ठगों को दे देते हैं। उसकी निशानदेही पर कंचननेर निवासी मौसम उर्फ मोसिम व उसके पिता रूजदार को पकड़ा। पिता-पुत्र से 46 फर्जी सिम बरामद की। पिता-पुत्र ने तीन माह में बिलाल से 800 सिम ली थी, जिन्हें साइबर ठगों को मोटे दाम में बेच दिया। आरोपी बिलाल ने बताया कि पिता-पुत्र के अलावा गांवडी निवासी इरफान, हरियाणा निवासी साबिर, जुरहरा निवासी रिहान व खेड़ा निवासी पारो साइबर ठगों को सिम बेचने के लिए उससे लेते हैं। पुलिस बिलाल के भाई सहित इन सभी नामजद आरोपियों की तलाश में संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दे रही है। आरोपी इरफान 1500 सिम व अन्य गुर्गें भी बड़ी मात्रा में सिम ले चुके।