साइबर ठगों ने अब राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा की फोटो वाट्सऐप डीपी पर लगाकर उनके परिचितों को पैसे मांगने का संदेश भेज दिया। ठगों ने 50 से अधिक परिचितों को यह संदेश भेजा। एक परिचित ने संदेश देखकर डीजी मेहरड़ा से संपर्क किया तब इसका पता लगा। डीजी मेहरड़ा ने बताया कि पुलिस मुख्यालय की साइबर क्राइम सैल ठगों की पड़ताल में लगी है।
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उन्होंने बताया कि वर्तमान में सरकारी पोर्टल पर उनके नंबर रहते हैं। कई बार कुछ साइट्स पर या ऐप डाउनलोड करते समय पूरा डेटा मांगा जाता है। वहां से भी डेटा साइबर ठगों के पास चला जाता है। इसलिए ऑनलाइन किसी भी व्यक्ति के नाम से पैसे मांगने का संदेश मिलता है तो तस्दीक किए बिना पैसे न दें। किसी के साथ ठगी हो जाए तो तुरंत पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाएं।सोशल मीडिया के जरिए अपराध
फर्जी अकाउंट बनाकर: सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफॉर्म पर किसी भी व्यक्ति की फोटो, नाम व निजी जानकारी लेकर आइपी क्रिएट कर फर्जी अकाउंट बनाकर लोगों को चीटिंग के लिए संदेश भेजते हैं। डेटिंग एप: महिलाओं को परेशान करने के लिए फोटो को एडिट कर अश्लील बना देना और महिलाओं के मोबाइल नंबर लिखकर कॉल करने के साथ अश्लील जानकारी अपलोड करते हैं। आइडी हैक करके: किसी भी यूजर आइडी व पासवर्ड चुराकर या फिर चोरी छिपे देखकर उपयोग में लेकर वारदात करते हैं।
अश्लील सामग्री का प्रचार: किसी के अकाउंट को हैक कर या किसी के नाम का फर्जी अकाउंट बनाकर अश्लील सामग्री अपलोड कर बदनाम करते हैं।
-ऑनलाइन एक्सेस करने से पहले प्रॉपर यूआरएल लॉगिन करें।
-अनजान डिवाइस में लॉगिन करते हैं तो वर्चुवल पासवर्ड डालें।
-अकाउंट की प्राइवेसी के लिए पब्लिक सेटिंग को बंद करके रखें।
-समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहें।
सावधानी ही बचाव है
-कभी किसी से अपना पासवर्ड व यूजर आइडी शेयर न करें।-ऑनलाइन एक्सेस करने से पहले प्रॉपर यूआरएल लॉगिन करें।
-अनजान डिवाइस में लॉगिन करते हैं तो वर्चुवल पासवर्ड डालें।
-अकाउंट की प्राइवेसी के लिए पब्लिक सेटिंग को बंद करके रखें।
-समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहें।